उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड (बलिया)। क्षय रोग नियंत्रण के लिए सरकार भारी धन खर्च करके रोगियों को जहां राहत देने का काम कर रही हैं, वहीं स्थानीय र्दुब्यवस्था के चलते कहां तक क्षय रोगों का नियंत्रण होगा वहीं आम रोगियों के साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मी ही टीवी रोग के शिकार न हो जांय इसकी चिन्ता उन्हें सताने लगी है।
जानकारी के अनुसार स्थानीय स्तर पर सीएचसी सीयर में लैब के अन्दर बलगम की जांच हेतु पलास्टिक की डिब्बी में रोगियों से बलगम मंगवाया जाता है।
और बलगम की जांच के बाद उक्त डिब्बी सरे आम अस्पताल परिसर में कहीं भी किनारे रोगियों से फेकवा दिया जाता है। जबकि इन डिब्बियों को निर्धारित गडढे के अन्दर स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से एकत्र करना चाहिए उसमें बिलोचिन पावडर व अन्य दवाये डाल कर उसे नष्ट करने की प्रक्रिया अपनानी चाहिए। लेकिन ऐसा न करके वे उक्त डिब्बियां जहां तहां रोगियों से फेकवा देते हैं। इससे उक्त डिब्बियों से निकले कीटाणुओं से क्षय रोग नियंत्रण नही बल्कि तेजी से फैलने का खतरा सभी को सताने लगा है। अब लगता है कि अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी व आने जाने वाले रोगी ही टीबी रोग से ग्रसित हो जोगे इसकी चिन्ता उन्हे सताने लगी हैं।
जब इस दुर्व्यवस्था की जानकारी एसडीएम विपिन कुमार जैन को दी गयी तो उन्होने तत्काल आवश्यक निर्देश देने का भरोसा दिया।
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