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शासन प्रशासन की लापरवाही से हुई शब्बर रजा जैदी की हत्या, पुलिस बेबस

सरताज खान

गाजियाबाद लोनी। तीन दिन पहले अलसुबह सरेराह हुए बसपा नेता शब्बर जैदी हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसके बाद भी पुलिस के हाथ खाली है।पुलिस मामले को प्रोपर्टी विवाद से जोड़कर देख रही है और जल्द ही खुलासे का दावा कर रही है। मृतक उत्तर प्रदेश पुलिस में सेवा देने के बाद रिटायर हुआ था और प्रोपर्टी डीलिंग का कार्य कर रहा था।

गौरतलब है कि विगत 25 मार्च की सुबह 7 बजे बॉर्डर थाना क्षेत्र के उत्तरांचल कॉलोनी में बसपा नेता शब्बर जैदी की कार सवार अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तौड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। घटना सुबह 7 बजे की है। जिसमे शब्बर जैदी मोर्निंग वॉक कर रहे है और उनके पीछे पीछे स्विफ्ट कार चल रही है। अचानक कार जैदी के बराबर में रुकती है और उसमें बैठा हमलावर जैदी पर पिस्टल से फायर करता है। उसी समय अपने बचाव में शब्बर जैदी वापिस भागते हुए कुछ ही कदम पर गिर जाते है तथा फिर अचानक उठकर अपने को बचाने के लिये पोल के पीछे छुप जाता है ,मगर दो हमलावर कार से बाहर निकलते है और पीछा करते हुए उनमें से एक उन पर फायर कर रहा है।

उसके बाद शब्बर जैदी हिम्मत दिखाते हुए जो गोली चलाता है उस पर टूट पड़ता है। लेकिन तब तक उन्हें गोली लगने के बाद उनके हौसले पस्त हो जाते है और वापिस गाड़ी के नजदीक जाने के बाद घायल अवस्था मे गिर जाते है। हमलावर शब्बर जैदी को करीब 6 गोली मारते है। सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। हालांकि बॉर्डर थाना प्रभारी शैलेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि मामला प्रोपर्टी विवाद से जुड़ा होना प्रतीत हो रहा है ,जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा।

लाइसेंस जमा कराते समय जताया था खतरा ,पुलिस ने दिया था सुरक्षा का आश्वासन

बसपा नेता शब्बर जैदी को दुश्मनी का आभास पहले ही हो गया था और सुरक्षा की दृष्टि से पूर्व में राइफल का लाइसेंस भी लिया था। जो 10 दिन पहले चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर थाने में जमा करा दी थी। परिजनों का कहना है कि उन्होंने राइफल जमा करते समय पुलिस को जान का खतरा बताया था। मगर स्थानीय पुलिस ने राइफल जमा करते हुए उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिया था। आरोप है कि हमलावर राइफल जमा करने का इंतजार कर रहे थे। अगर उस समय उनके पास राइफल होती तो उनकी जान बच सकती थी।परिजनों का आरोप है कि शस्त्र लाइसेंस जमा होने के बाद धारक की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासन की होती है।प्रशासन की लापरवाही से शब्बर जैदी की हत्या को अंजाम दिया गया है।

क्या कहते है एसडीएम आदित्य कुमार प्रजापति

उनका कहना है कि क्षेत्र के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रशासन की है। मामले में चूक जरूर हुई है। जिसे देखते हुए क्षेत्र में पुलिस गश्त बढाई जाएगी। जिससे क्षेत्र में हो रही वारदातों पर अंकुश लगेगा।

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