आदिल अहमद
डेस्क: तुर्की और पड़ोसी देशों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप की वजह से कई इमारतें धराशायी हो गई हैं। नूर्दगी से 23 किलोमीटर पूर्व की ओर यह झटके महसूस किए गए। इसका असर सीरिया तक देखने को मिला। तुर्की में अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, सीरिया में जान गंवाने वालों को आंकड़ा 90 तक पहुंच गया है। 500 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान कई लोगों की मौत हो गई है। 16 इमारतों को नुकसान पहुंचा है। यह आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है। सनलिउर्फा मेयर ने फिलहाल 15 लोगों की मौत की पुष्टि की है।
बताते चले कि भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।
तारिक़ आज़मी डेस्क: नाम प्रज्वल रेवन्ना, कद पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवीगौड़ा का पोता और वर्त्तमान…
मो0 कुमेल डेस्क: आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज…
अनुराग पाण्डेय डेस्क: महाराष्ट्र के लातूर में मंगलवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते…
शफी उस्मानी डेस्क: भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच में विचार के लिए…
तारिक़ खान डेस्क: ब्रिटिश की अदालत में दाखिल कोरोना वक्सीन के साइड इफ्फेक्ट से सम्बन्धित…
ईदूल अमीन डेस्क: अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने पाया है कि इसराइली सेना की पांच…