शाहीन बनारसी
डेस्क: गुजरात के दाहोद से बीजेपी के सांसद जसवंत सिंह भाभोर शनिवार 25 मार्च को शैलेश भट्ट के साथ एक ही मंच पर मौजूद थे। शैलेश भट्ट बिलकीस बानो गैग रेप केस का सजा याफ्ता है। उसको अदालत ने आजीवन कारावास की सजा दिया था। इसके बाद राज्य सरकार के द्वारा बिलकिस बानो गैंग रेप और ह्त्या के मामले में सभी 11 दोषियों को रिहा किया था।
मगर इसके पहले ही कल बलात्कार और हत्या जैसे गम्भीर मामलो के गुनाहगार के साथ मंच पर भाजपा सांसद और विधायक की मौजूदगी चर्चा का केंद्र बन गई। इस नफरती विचारधारा के लिए भाजपा विधायक और सांसद की आलोचना सोशल मीडिया पर होना शुरू हो गई है। तस्वीर दाहोद में एक जल आपूर्ति योजना के उद्धघाटन समारोह की बताया गया है। दोनों की तस्वीरें ट्विटर पर खुद सांसद जसवंत सिंह ने शेयर कीं हैं। इस कार्यक्रम में लिमखेड़ा से बीजेपी विधायक शैलेशभाई भाभोर भी मौजूद थे। उन्होंने ने भी कार्यक्रम की तस्वीरें शेयर कीं है जिसमें शैलेश भट्ट नजर आ रहा है।
इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य पदाधिकारियों में सिंगवाड़ तालुका पंचायत प्रमुख कांताबेन डामोर और दाहोद जिला पंचायत उप-प्रमुख रतन भाई शामिल थे। अभी तक कही मीडिया में जसवत सिंह भाभोर और शैलेश भाभोर का इन तस्वीरो को लेकर कोई बयान नही आया है। मगर सोशल मीडिया पर इसको लेकर चर्चा का दौर जारी है। इस सम्बन्ध में दिल्ली महिला आयोग की चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल ने फोटो ट्वीट कर गम्भीर सवाल उठाया है।
स्वाति मालीवाल ने फोटो ट्वीट कर लिखा है कि ‘बिल्किस बानो और उसके बच्चे के साथ दरिंदगी करने वालों को न सिर्फ़ गुजरात सरकार ने आज़ादी दिलवाई बल्कि अब सरकारी कार्यक्रमों में मंच पर भी साथ बिठा रहे हैं। क्या एक सांसद और विधायक को ऐसे लोगों को बढ़ावा देना चाहिए ? देश भर की महिलाओं को क्या संदेश है?’ इस ट्वीट पर लोगो की प्रतिक्रियाये भी आ रही है और लोग ऐसी तस्वीरों की आलोचना भी कर रहे है।
बिलकीस बानो के पति याकूब रसूल ने मीडिया से बात करते हुवे कहा है कि वह इन तस्वीरों से हैरान नहीं हैं। उन्होंने कहा, “इन लोगों (दोषियों) को जेल से बाहर निकलते ही सम्मानित किया गया। उन्हें सत्ता में बैठे लोगों के साथ मंच साझा करते हुए देखना हमें आश्चर्यचकित नहीं करता है। न्याय के लिए हमारी एकमात्र उम्मीद अब सुप्रीम कोर्ट है।”
हालांकि 24 मार्च को भारत के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि याचिका पर सुनवाई के लिए एक विशेष पीठ का गठन किया जाएगा। बानो की वकील शोभा गुप्ता द्वारा भारत के सुप्रीम कोर्ट के सामने पांच बार मामला लाए जाने के बाद इसे सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया है। याचिका को 27 मार्च को सुनवाई के लिए जस्टिस केएम जोसेफ और जस्टिस बीवी नागरत्ना की सुप्रीम कोर्ट खंडपीठ के सामने सूचीबद्ध किया गया है।
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