National

बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक के नेतृत्व में पहलवान फिर पहुचे ‘जंतर-मंतर’, बोले ‘ऍफ़आईआर नही हुई अभी तक, हमारा भरोसा उठ रहा है, अब हम यही रहेगे जब तक भाजपा सांसद पर कार्यवाही नही होती है’

तारिक़ खान

डेस्क: साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना शुरू कर दिया है। ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक की अगुवाई में सभी पहलवानों ने एक बार फिर ये मोर्चा भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ खोल दिया है। जंतर मंतर पर आए तीनों पहलवानों ने दावा किया कि मामले में कार्रवाई होने तक वो पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा, “हम इधऱ सोएंगे और इधर ही खाएंगे।”

आज तीनों पहलवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि वो बीते ढाई तीन महीने से इंसाफ़ के इंतज़ार में हैं, लेकिन अब तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है, और अब उन्हें झूठा समझा जा रहा है। विनेश फोगाट ने कहा, ‘हमारे सब्र का बांध टूट रहा है। पुलिस ने हमें जंतर मंतर पर बैठने तक की अनुमति नहीं दी है।’ साक्षी मलिक ने कहा, ‘दो दिन पहले सीपी पुलिस थाने में सात लड़कियों ने शिकायत दी थी। इनमें से एक (लड़की) माइनर है। पोक्सो का केस बनता है।लेकिन अब तक एफ़आईआर नहीं हुई है।”

उन्होंने दावा किया कि ये शिकायत ‘बृज भूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़’ है। पहलवानों ने पहले भी बृज भूषण शरण के खिलाफ़ शिकायत की थी लेकिन तब उन्होंने खुद पर लगे तमाम आरोपों को ख़ारिज कर दिया था। खिलाड़ियों के आरोपों के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने एमसी मेरी कॉम की अगुवाई में जाँच के लिए निगरानी समिति का गठन किया था। इस समिति में बबीता फोगाट और योगेश्वर दत्त को शामिल किया गया था। इस दौरान समिति को मंत्रालय ने कुश्ती संघ के रोज़मर्रा के काम को देखने की भी ज़िम्मेदारी दी थी और बृज भूषण शरण सिंह को इससे अलग रखा गया था।

बृज भूषण शरण सिंह की छवि एक बाहुबली नेता की है। महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों को ख़ारिज करते हुए बृज भूषण शरण सिंह ने उल्टे खिलाड़ियों को ही घेरा था। रविवार को साक्षी ने कहा, ‘ढाई महीने से अधिक हो गया इंतज़ार करते हुए। हमें लग रहा था कि सरकार हमारा साथ देगी। हम जानने आए हैं कि हमारे साथ क्या होगा? लोग सोचने लगे हैं कि हम झूठे हैं। हमारी शिकायत झूठी है।(लेकिन) हम सच्चे हैं। हम इंसाफ़ की लड़ाई लड़ रहे हैं।’

ये पूछे जाने पर इस मामले में अधिकारियों का क्या कहना है, साक्षी मलिक ने कहा, “अधिकारी कह रहे हैं कि सोमवार को मिलिए। लेकिन हम चाहते हैं कि रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। हमें भरोसा है कि हमारे साथ न्याय होगा। कुश्ती एक सुरक्षित हाथों में जाए।लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस दरमियान बजरंग पूनिया ने कहा, “फेडरेशन का ऑफिस खुल रहा है लेकिन खिलाड़ियों की बात नहीं सुनी जा रही है। एफ़आईआर के लिए शिकायत कर दी है। एफ़आईआर हो जाएगी तो पता चल जाएगा कि खिलाड़ी सच बोल रहे हैं या झूठ बोल रहे हैं।”

उन्होंने कहा, “जब तक इस मामले में गिरफ़्तारी नहीं होंगी तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे।” विनेश फोगाट ने कहा, “तीन महीने से हम मानसिक दिक्कत से जूझ रहे हैं। लड़कियां ओलंपिक मेडल लाती हैं। अगर हम सुरक्षित नहीं, तो बाकी लड़कियों का क्या होगा।आप जानते हैं कि हम किनके खिलाफ़ लड़ रहे हैं?”

pnn24.in

Recent Posts

एसआईटी ने जारी किया प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ लुकआउट नोटिस

आफताब फारुकी डेस्क: जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना के ख़िलाफ़ कर्नाटक सरकार की विशेष जांच टीम…

15 mins ago

मणिपुर हिंसा: सीबीआई ने तो दाखिल कर दिया चार्जशीट, केंद्र सरकार द्वारा गठित आयोग की जाँच कहा तक पहुची?

प्रमोद कुमार डेस्क: मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष की व्यापक जांच के लिए केंद्रीय…

1 day ago