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आरिफ और सारस की दोस्ती है ख़ास, सारस को पिंजरा नहीं आरिफ के साथ सरकार दे खुला आसमान: भाजपा सांसद वरुण गांधी

शाहीन बनारसी

डेस्क: लगभग 27 दिनों के बाद अपने दोस्त सारस से मिलने पहुंचे आरिफ को देख कर सारस की ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। वायरल होता वीडियो बताता है कि अगर सारस और आरिफ के बीच में पिंजरे की चार दीवारी न रहती तो सारस उससे गले मिल लेता। इस मामले में अब भाजपा सांसद वरुण गांधी ने आरिफ की हिमायत करते हुए सरकार से दोनों दोस्तों को मिला देने की अपील किया है।

राजनीति का केंद्र बन चुके आरिफ और सारस की दोस्ती का मामला पिछले माह से चर्चे में है। जिस तरह आरिफ और सारस की दोस्ती सोशल मीडिया पर छा गई थी ठीक उसी तरह दोनों के बिछड़ने की भी चर्चा भी सुर्खियों में है। दरअसल आरिफ ने सारस को पाला था लेकिन वन विभाग की टीम ने नियमों के मुताबिक, सारस को ले जाकर कानपुर जू में रख दिया गया। इसके बाद आरिफ और सारस के के मामले को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जोरदार तरीके से उठाया। अमेठी गए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस अनोखी कहानी को जानकर मुलाकात के लिए पहुंचे।

बहरहाल, इस समय एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है जिसमे राजनीति का केंद्र बन चुका सारस करीब 27 दिन बाद अपने दोस्त आरिफ से मिला। वही अखिलेश यादव के बाद अब आरिफ और सारस की दोस्ती देख भारतीय जनता पार्टी के पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी भावुक हो गये। सारस और आरिफ की कहानी को लेकर खासे भावुक दिख रहे वरुण गांधी आरिफ और सारस को मिलाने की बात कर रहे हैं। वरुण गांधी सीएम योगी आदित्यनाथ से इस कार्य को पूरा कराने की अपील कर रहे हैं।

वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि “सारस और आरिफ की कहानी खास है! एक दूसरे को सामने पा कर इन दोनों दोस्तों की ख़ुशी बता रही है कि इनका प्रेम कितना निश्छल और पवित्र है। यह खूबसूरत जीव स्वच्छंद आकाश में उड़ने के लिए बना है, पिंजरे में रहने के लिये नहीं। उसे उसका आसमान, उसकी आजादी और उसका मित्र वापिस लौटा दीजिए।“

बताते चले कि आरिफ और सारस की कहानी अलग ही है। दरअसल, अमेठी निवासी आरिफ को सारस घायल पड़ा मिला था। उसने सारस का इलाज कराया। जान बचाई। इसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई। यह दोस्ती चर्चा का विषय बनी। अमेठी गए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस अनोखी कहानी को जानकर मुलाकात के लिए पहुंचे। तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया। वन विभाग की टीम को सारस पाले जाने की जानकारी मिली तो उसने पक्षी को अपने कब्जे में ले लिया।

दरअसल, सारस को राज्य पक्षी का दर्जा प्राप्त है। ऐसे में कोई भी इसको पालतू बनाकर अपने पास कैद में नहीं रख सकता है। सारस को कैद में लेने और आरिफ पर केस दर्ज होने के बाद अखिलेश यादव समेत विपक्षी नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोल दिया। अखिलेश ने आरिफ से मुलाकात के कारण इस प्रकार का एक्शन होने की बात कही। सारस को पहले रायबरेली और फिर कानपुर जू में रखा गया। इस मामले की खासी चर्चा रही है।

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