मो0 कुमेल
डेस्क: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अपील की कि वे आदिवासियों के ‘सरना’ को एक विशिष्ट मान्यता प्राप्त धार्मिक श्रेणी के रूप में शामिल करने के प्रस्ताव के लिए केंद्र की मंजूरी दिलाने में मदद करें। राज्य के आदिवासी समाज में ‘सरना’ के अनुयायी प्रकृति की पूजा करते हैं और लंबे समय से एक अलग धार्मिक पहचान की मांग कर रहे हैं।
बताते चले कि द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनने से पहले झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। झारखंड सरकार इन भाषाओं को पहले ही राज्य में दूसरी भाषा का दर्जा दे चुकी है। सोरेन ने कहा, “अगर केंद्र द्वारा इन मांगों को स्वीकार कर लिया जाता है, तो राज्य के आदिवासियों के अस्तित्व की रक्षा की जा सकेगी।”
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