अनुराग पाण्डेय
डेस्क: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बीते मंगलवार बताया कि एनसीईआरटी ने अपनी 12वीं कक्षा की किताब से खालिस्तान से जुड़ी पंक्तियों को हटा दिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की ओर से इस बारे में केंद्र सरकार से संपर्क किया गया था।
समिति ने केंद्र सरकार को लिखे पत्र में कहा था कि साल 1973 में पास हुए आनंदपुर साहिब प्रस्ताव की ग़लत ढंग से व्याख्या की गयी है। इसके बाद एनसीईआरटी ने इस मामले की जांच करने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाई।
इस समिति ने सरकार को सुझाव दिया था कि किताब के सातवें अध्याय में से दो पंक्तियों को हटाया जा सकता है। ये पंक्तियां थीं – “लेकिन इसे एक अलग सिख मुल्क बनाने की मांग के रूप में भी समझा जा सकता है।”
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