फारूख हुसैन
लखीमपुर खीरी के जिला अस्पताल में संवेदनहीनता फिर एक बार देखने को मिली, जब एक गरीब पिता अपने मासूम बच्चे का शव कंधे पर लेकर अस्पताल में घंटो भटकता रहा, लेकिन अस्पताल के लोगों ने मृत्यु प्रमाण पत्र देने में काफी देरी की। इस दौरान कई बड़े आरोप भी पीड़ित पिता के द्वारा अस्पताल प्रशासन पर लगा। मामले में वीडियो और फोटो वायरल होने के बाद सीएमओ साहब ने मामले को बराबर करने की बात करते हुवे बताया की मात्र दस मिनट में ही डेथ सर्टिफिकेट दे दिया गया था। हमारे पास रिकॉर्ड है।
मगर ये गरीब दिनेश चन्द्र था। उसकी गरीबी उसकी सबसे बड़ी कमजोरी थी, तभी तो वह अपने कलेजे के टुकड़े का शव अपने कलेजे से लगा कर इस दर से उस दर भटकता रहा कि साहब कोई तो डेथ सर्टिफिकेट बनवा दो। मगर कोई सुनने वाला नही था।
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