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एक बारिश भी नही झेल पा रहा है दालमंडी का ये जर्जर मकान, नगर निगम चल रहा कछुआ की चाल

तारिक आज़मी

वाराणसी। जिलाधिकारी वाराणसी द्वारा शहर में जर्जर मकानों के ध्वस्तीकरण के कार्यवाही हेतु नगर निगम को निर्देशित किया है। इस आदेश के अनुपालन में नगर निगम ने अपनी कागज़ी खानापूर्ति शुरू कर दिया है। इस आदेश के उपरांत नगर निगम में जिन मकानों के ध्वस्तीकरण हेतु चिन्हित किया गया उनमे अधिकतर पर किरायदारी विवाद निकल कर सामने आया है। नगर निगम इस मामले में विधिक सलाह भी ले रहा है। रोज़ ही नगर निगम में इस हेतु बैठकों का दौर जारी है।

इस कड़ी में दालमंदी स्थित कुण्डीगर टोला के जर्जर भवन सख्या सीके० 39/5 से होने वाले जान माल के खतरे का हो सकने वाला अंदेशा दिखाते हुवे समाचार का प्रकाशन किया गया था। जिसका संज्ञान लेते हुवे नगर निगम द्वारा भवन की जाँच किया गया। एक फाइल तैयार हुई और भवन स्वामी को इस भवन के ध्वस्तीकरण की नोटिस जारी कर दिया गया। भवन को तोड़ने के लिए जारी हुई नोटिस भवन स्वामी शाहनवाज़ खान उर्फ़ शानू को प्राप्त हो गई है।

नगर निगम द्वारा यह नोटिस 10 जून को जारी किया गया है। इसके बाद अब उहापोह की स्थिति भवन स्वामी की बनी हुई है। भवन स्वामी शाहनवाज़ उर्फ़ शानू नगर निगम में चक्कर लगा कर ये कहते हुवे दिखाई दे रहे है कि “साहब, हम मकान तुडवा ही नहीं सकते है। वही नगर निगम में भवन में विराजमान बाहुबली किरायदार घूम घूम कर कहते दिखाई दे रहे है कि “भवन जर्जर नही है। मैं खुद 80 साल से किरायदार हु।” वैसे भी किरायदार के पृष्ठभूमि पर ध्यान दे तो किराय पर सपत्ति लेकर कब्ज़ा करने का मुख्य कारोबार सामने आएगा।

बहरहाल, हम किरायदार के पृष्ठभूमी पर चर्चा नही कर रहे है। उनके ही दावो को सच माने कि वह 80 साल से किरायदार है तो भवन की आयु 100 साल से अधिक हो गई। वैसे इलाके के बड़े बुजुर्गो की माने तो भवन लगभग 150 साल के करीब पुराना है। हम भवन की वर्त्तमान खतरे का आंकलन कर रहे है। नगर निगम अपनी कार्यवाही कर रहा है। वर्तमान में नगरनिगम की कार्यवाही की रफ़्तार किसी कछुआ चाल से कम नही है।

इस दरमियान कल हुई बारिश ने इस जर्जर भवन की दहशत इलाके में पैदा कर दिया। दुर्दांत बाहुबली के साथी किरायेदार ने मकान बचाने के लिए इंटरनेशनल जुगाड़ कर दिया। इंटरनेशनल जुगाड़ था तिरपाल से भवन को सुरक्षित करना। मगर पानी की रफ़्तार ने भवन को झकझोर के रख दिया। तेज़ रफ़्तार बारिश जहा भवन को झकझोर रही थी वही इस तेज़ रफ़्तार बारिश ने पड़ोस के लोगो के दिलो को झकझोर कर रख दिया। लोग आसपास से सुरक्षित रहने की कवायद करने लगे। मगर भवन में बाहुबली किरायदार की सेहत पर असर इसका नही था कि पड़ोस के लोग दहशत में है। मकान के परखचे उखड रहे थे, इलाके के लोग दोनों छोर पर लोगो को सभाल कर जाने की हिदायत दे रहे थे मगर किरायेदार की मुस्कराहट छुट रही थी।

वही कछुआ रफ़्तार में काम करते नगर निगम के पास अभी बैठकों के सिलसिले से फुर्सत नही है। भले जर्जर भवन गिरे, आस पास के लोग इस जर्जर भवन से दहशत में रहे। मगर नगर निगम अभी कागज़ी घोड़े दौड़ा रहा है। क्षेत्र के लोगो का कहना है कि इलाके में इस जर्जर मकान के कारण कभी भी कोई बड़ी घटना दुर्घटना घट सकती है। नगर निगम की निगाहें कब यहाँ होगी अब ये देखना है।

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