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विपक्ष की यार्कर पर इमरान खान क्लीन बोल्ड: विश्वास मत नही हासिल कर पाई इमरान सरकार, इमरान खान ने दिया इस्तीफ़ा, छोड़ा प्रधानमन्त्री आवास

तारिक खान

पकिस्तान के पीएम इमरान खान विपक्ष के यार्कर को बर्दाश्त नही कर पाए और विश्वास मत में आज देर रात इमरान सरकार मुह के बल गिर पड़ी। इसको ऐसे भी कहा जा सकता है कि इमरान खान विपक्ष की यार्कर पर क्लीन बोल्ड हो चुके है। इमरान सरकार गिर गई अहि और पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने प्रधानमन्त्री आवास छोड़ दिया है।

शनिवार देर रात अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के बाद इमरान खान प्रधानमंत्री (पीएम) हाउस से बानी गाला स्थित आवास के लिए रवाना हो गए। इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद उनकी पार्टी पीटीआई ने संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने इस महीने की शुरुआत में नेशनल असेंबली में बहुमत खो दिया। सत्ता के गठबंधन के एक प्रमुख सहयोगी ने कहा था कि उसके सात सांसद विपक्ष के साथ मतदान करेंगे। सत्तारूढ़ दल के एक दर्जन से अधिक सांसदों ने भी यह संकेत दे दिया था कि वे सरकार के खिलाफ जाएंगे।

साढ़े तीन साल लंबी चली इमरान सरकार का आज शनिवार देर रात अंत हो गया। शनिवार को दिन भर चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बीच नेशनल असेंबली की कार्यवाही कई बार स्थगित हुई। वोटिंग की मोहलत खत्म होने के 15 मिनट पहले स्पीकर असद कैसर ने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद मतदान की कार्यवाही नए सभापति के साथ शुरू हुई। देर रात अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराई गई, जिसमें विपक्ष की जीत हुई। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 वोट पड़े, जबकि इसके विरोध में एक भी वोट नहीं पड़ा। मतदान में सत्तारूढ़ पीटीआई के सांसदों ने हिस्सा नहीं लिया और इमरान खान ने खुद प्रधानमंत्री आवास छोड़ दिया।

इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रात 9:30 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई, लेकिन इस्तीफा देने की बजाय अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने का फैसला किया। इमरान की अगुवाई वाली कैबिनेट ने उस कथित खुफिया पत्र को भी सीनेट के प्रमुख, स्पीकर और चीफ जस्टिस के साथ साझा करने का फैसला किया। जिसके आधार पर इमरान खान विदेशी साजिश के तहत उनकी सरकार हटाने का आरोप लगा रहे थे। पाकिस्तान में सियासी संकट के बीच देर रात सभी एय़रपोर्ट पर अलर्ट जारी कर दिया गया था। पाकिस्तान मीडिया के सूत्रों के मुताबिक, यह आदेश दिया गया है कि बिना इजाजत के कोई भी सरकारी अधिकारी या नेता देश छोड़कर नहीं जाने पाए।

ऐसी खबरें थीं कि इमरान खान पद छोड़ने के लिए तीन शर्तों में एक शर्त यह भी रखी थी कि उनके समर्थकों नेताओं और अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए। इमरान ने शुक्रवार रात देश के नाम अपने संबोधन में सीधे तौर पर अमेरिका पर तोहमत लगाई थी। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद इमरान खान पार्टी के अन्य सांसदों के साथ नेशनल असेंबली पहुंचे। दरअसल, पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, 9 अप्रैल को ही हर हाल में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान होना था, हालांकि इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करके नया सस्पेंस पैदा कर दिया था। लेकिन इमरान खान ने मंत्रिमंडल की आपात बैठक बुलाई और अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने का ऐलान कर दिया।

इससे पहले पाकिस्तान के दो मंत्रियों ने ट्विटर हैंडल पर अपना बायो बदलकर कुछ हद तक संकेत दे दिया था कि पाकिस्तान सरकार सामूहिक तौर पर त्यागपत्र दे सकती है। नेशनल असेंबली में मतदान कराने की खबरें रात 10 बजे के बाद उस वक्त आईं, जब पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट उसके आदेश की अवहेलना को लेकर रात 12 बजे के बाद सुनवाई कर सकता है। इसके लिए रात 10 बजे इस्लामाबाद हाईकोर्ट को भी खोले जाने की खबरें आईं। हालांकि कैबिनेट बैठक में इमरान खान ने स्पष्ट कर दिया कि वे इस्तीफा देने नहीं जा रहे हैं। उनके संसद जाने की खबरें आईं।

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