महाराष्ट्र के युवक की हत्या कर बोरे में फेकी गई अज्ञात लाश को दिया पत्रकार और समाजसेवी मो0 आरिफ के प्रयास ने पहचान

आफताब फारुकी

प्रयागराज। 4/2/23 को घूरपुर के इरादतगंज फ्लाईओवर के नीचे रेलवे पटरी के पास बोरे में भरे युवक के शव की पहचान 7/2/23 को उसके परिजनों ने कर ली है। उसकी हत्या के बाद बोरे में शव भरकर फेंका गया था। 7/2/23 को पैनल के बीच हुए पोस्टमार्टम के बाद खुलसा हुआ। युवक महाराष्ट्र का रहने वाला था। एक जनवरी को उसके अपहरण का मुकदमा कौंधियार थाने में दर्ज कराया गया था। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की काररवाई की जायेगी।

कौशाम्बी जनपद के सराय अकिल बिन्नौर निवासी जमील अहमद लगभग 45 वर्ष पूर्व महाराष्ट के थाणे, भिवंडी चला गया था और वह परिवार के साथ वहीं रहता था। कभी-कभी कौशाम्बी आया करते हैं। जमील के तीन बेटे थे एवं तीन बेटिया है। जमील का बड़ा बेटा 25 वर्षीय अब्दुल अहद का शव इरादतगंज में मिला था। परिजनों के मुताबिक मृतक के बुआ और एक बहन सबीना बानो कौंधियारा के जारी में रहती है। उसकी बुआ के दो बेटे तौफीक, सुग्गन है जो एक ट्रक लिये थे उसमें चार लाख रुपये अब्दुल अहद ने दिया था और वह भिवंडी से आता था तो ट्रक भी चलाया करता था जिसका पैसा भी मिलता था।

25/1/23 को वह अपनी बहन के यहां आया था फिर दूसरे दिन पडोसी बुआ के बेटे से पैसा मांगने के लिए गया था उसी दिन से वह लापता हो गया था। 28/1/23 को मृतक के बहन अपने पिता के साथ कौधियारा थाना गई और शिकायत की सुनवाई न होने पर पीडित परिवार पुलिस अधिकारियों से गुहार लगायी। पुलिस अधिकारियों के आदेश पर एक फरवरी को कौंधियारा पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया था। 4/2/23 की देर शाम इरादतगंज ओवर ब्रिज के नीचे बोरे में एक अज्ञात शव मिला था। पुलिस ने अज्ञात में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।

पीएम हाउस पर अज्ञात गुमशुदा तलाश के गु्रप एडमिन एवं समाजसेवी मो. आरिफ को इसकी जानकारी मिली और एक आईडी भी मिली तो वह फोटो लेकर सोशलमीडिया पर व भिवंडी वायरल कर दिये। सोशल मीडिया के माध्यम से मंगलवार को परिजनों को जानकारी हुई तो वह पीएम हाउस पहुंचे और जूते एवं कपड़े से पहचान कर ली और पूरी घटना की जानकारी दी। 7/2/23 को दो डाक्टरों के पैनल के बीच युवक को पोस्टमार्टम हुआ। युवक को डीएनए भी सुरक्षित किया गया है। कौंधियारा थाना प्रभारी का कहना है कि परिजन शव की पहचान कपडे एवं जूते से किये हैं क्योंकि शव कंकाल हो गया था। अपहरण का केस दर्ज है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी।

परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का लगाया आरोप

मृतक के परिजनों का आरोप है कि वह 28/1/23 को थाने शिकायत लेकर गये थे लेकिन पुलिस ने टालमटोल कर दिया। इसके बाद वह पुलिस अधिकारियों से गुहार लगायी तब जाकर एक फरवरी को अपहरण का केस दर्ज हुआ। पुलिस सुग्गन को थाने बुलाया था और कुछ देर बाद ही छोड दिया था। अब बताया जाता है कि वह फरार हैं।

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