हाय गर्मी: न दिन में सुकून न रात में राहत, शहर-ए-बनारस में गर्मी से कुछ इस तरह है हालात

शाहीन बनारसी

वाराणसी: मौसम कोई भी वो तब तक ही अच्छा लगता है जब तक कि हमे परेशानी न हो। जब मौसम दिक्कतें बढाने लगती है तो उसका असर भी हर किसी के चेहरे पर नज़र आने लगता है। कुछ ऐसा ही हाल है शहर-ए-बनारस के लोगो का गर्मी से। गर्मी ने इस कदर लोगो को परेशान कर रखा है कि कोई भी उपाय काम नहीं आ रहा है। न दिन में चैन है न रात में राहत। चिलचिलाती धुप और उमस भरी गर्मी ने लोगो के पसीने तो छुड़ा ही दिए साथ ही घर से बाहर निकलने की हिम्मत भी खत्म कर दिया है।

चिलचिलाती धुप और उमस भरी गर्मी को देखते हुए हर किसी के मुंह से बस एक ही शब्द निकल रहा है “हाय गर्मी” भीषण गर्मी से लोगो के हालत इस तरह खराब है कि न गन्ने का जूस और न नुक्कड़ की लस्सी कुछ भी काम न आ रहा है। इस भीषण गर्मी से बचाव के लिए लोग गमछे, दुपट्टे और सुनग्लासेज का सहारा ले रहा है मगर हाय रे ये सूरज की तल्खी, जो हर दिन धुप में तेज़ी कर इसके असर को भी बेअसर कर दे रहा है। वाराणसी समेत आसपास के जिलों में भी भीषण गर्मी से यही हाल है।

वही आज सोमवार सुबह 9 बजे ही ऐसा लग रहा था जैसे कि दोपहर के 12 बजे की धूप हो। दिन में चिलचिलाती धूप और रात में उमस भरी गर्मी से लोग बेचैन हैं। इस बेचैनी को और बढा दे रहा है ये छलांग लगाता तापमान। बताते चले कि 42 डिग्री तक पारा पहुंचने लगा है। जिसे देखते हुए आगामी दिनों में गर्मी और अधिक बढ़ने की संभावनाएं लग रही है। वर्तमान में शादी विवाह का सीजन चल रहा है। जिसके कारण बड़ी संख्या में लोगो का आना-जाना लगा हुआ है। बीते एक सप्ताह से लगातार सूर्य की तपिश लोगों को सता रही है। हाल ये है कि झुलसा देने वाली प्रचंड गर्मी के कारण न तो दिन में चैन है और न ही रात में राहत।

वही वाराणसी में रविवार को न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहा। सूरज की तपिश का असर सोमवार सुबह से ही देखने को मिला। धूप इतनी तीखी हो रही है कि बाहर निकलना मुश्किल हो जा रहा है। सुबह हवा भी नही चल रही है कि थोड़ी राहत मिले। मौसम के इस बदलाव की वजह से अधिकतम तापमान भी बढ़कर 41.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। बीएचयू में मौसम वैज्ञानिक प्रो0 मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि अब मौसम ऐसे ही रहेगा। आने वाले दिनों में लू के भी चलने के आसार हैं। तापमान में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

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