संसदीय समिति की सिफारिश, अवार्ड के लिए शोर्टलिस्टेड उम्मीदवारों से ले शपथ पत्र कि वह अवार्ड वापस नही करेगे

अनुराग पाण्डेय
डेस्क: संसद की एक स्थायी समिति ने सुझाव दिया है कि विभिन्न साहित्यिक और संस्कृति निकायों द्वारा पुरस्कारों के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों से पहले ही यह शपथ पत्र लिया जाए कि उन्हें दिए जा रहे सम्मान को ‘राजनीतिक कारणों’ से वापस नहीं किया जाएगा।
द हिंदू के अनुसार, समिति ने सोमवार को राज्यसभा में इस बारे में अपनी रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें जोड़ा गया है कि अवॉर्ड वापस किए जाने की स्थिति में पुरस्कार विजेता पर भविष्य में किसी भी पुरस्कार के लिए विचार नहीं किया जाएगा। संस्कृति मंत्रालय ने समिति को बताया कि वर्ष 2015 के दौरान कुल 39 लेखकों ने साहित्य अकादमी को अपने पुरस्कार लौटाए थे। यह कदम कर्नाटक के प्रख्यात लेखक एमएम कलबुर्गी की हत्या के विरोध में उठाया गया था।
पर्यटन, परिवहन और संस्कृति पर संसदीय स्थायी समिति ने सोमवार को राज्यसभा को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसमें सुझाव दिया गया है कि साहित्य अकादमी जैसे संस्कृति मंत्रालय के तहत विभिन्न साहित्यिक और संस्कृति निकायों द्वारा पुरस्कार इस तरह की शपथ के बिना नहीं दिए जा सकते। साथ ही, अवॉर्ड वापस किए जाने की स्थिति में पुरस्कार विजेता पर भविष्य में किसी भी पुरस्कार के लिए विचार नहीं किया जाएगा।