गज़ा में संघर्ष विराम मुद्दे पर इस्राइली सरकार के मंत्रियो में हुआ दो फाड़, हमास ने जारी किया दो बंधको का वीडियो

मो0 कुमेल

डेस्क: ग़ज़ा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौते को लेकर इसराइली सरकार के मंत्रियों के बीच मतभेद सामने आ रहे हैं। वही दूसरी तरफ हमास ने दो बंधको का ताज़ा वीडियो जारी किया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद बंधको के परिजनों का कहना है कि वह सरकार से बंधको की रिहाई के लिए अपील करते है।

हाल के दिनों में ग़ज़ा में संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास तेज़ हुए हैं। इसी बीच इसराइल की वॉर कैबिनेट में शामिल बेनी गैंट्ज ने कहा है कि अगर इसराइल की सरकार बंधकों की रिहाई के समझौते को रोकती है तो उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं रह जाएगा।

वहीं दूसरी तरफ़, सरकार में वित्त मंत्री और दक्षिणपंथी नेता बेज़ालेल स्मोटरिच ने कहा है कि अगर सरकार ऐसे किसी समझौते के लिए तैयार होती है तो ये एक शर्मनाक आत्मसमर्पण होगा। उन्होंने कहा कि अगर रफ़ाह पर इसराइल का नियोजित हमला टाल दिया जाता है तो मौजूदा सरकार को जारी नहीं रहना चाहिए।

इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा है कि इसराइल ने अमेरिका को भरोसा दिया है कि वह रफ़ाह पर हमले को लेकर उसकी चिंताओं पर चर्चा से पहले आक्रमण नहीं करेगा। ग़ज़ा में जारी संघर्ष को लेकर फ़लस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास ने कहा है कि सिर्फ़ अमेरिका ही इस समय रफ़ाह पर इसराइल के हमले को रोक सकता है। महमूद अब्बास इस समय रियाद में हैं जहां उनकी अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाक़ात होनी है।

रियाद में वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम की बैठक में बोलते हुए अब्बास ने कहा कि रफ़ाह पर इसराइल का हमला ग़ज़ा के लोगों को ग़ज़ा छोड़कर भागने पर मजबूर कर देगा। अब्बास ने कहा, ‘अगर ऐसा हुआ तो फ़लस्तीनी लोगों के इतिहास की यह सबसे बड़ी त्रासदी साबित होगी।’ ग़ज़ा के दक्षिण में स्थित रफ़ाह शहर पर इसराइली हमले को रोकने के लिए इसराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास हो रहे हैं।

खबरिया चैनल अल जजीरा के अनुसार रफ़ाह शहर में इस समय करीब दस लाख से अधिक लोग रह रहे हैं, इनमें से अधिकतर ग़ज़ा के बाक़ी हिस्सों से भागकर यहां पहुंचे हैं। इसी बीच, हमास ने बताया है कि सोमवार को उसका एक प्रतिनिधिमंडल मिस्र की राजधानी क़ाहिरा पहुंचेगा, जहां वह इसराइल के नए संघर्ष विराम प्रस्ताव पर हमास का जवाब पेश करेगा। हमास चाहता है कि ग़ज़ा में युद्ध पूर्ण रूप से समाप्त हो और ग़ज़ा से सभी इसराइली सैनिक वापस जाएं। वहीं इसराइल, ग़ज़ा में हमास के ख़ात्मे और सभी बंधकों की रिहाई पर ज़ोर देता है।

इन सबके बीच हमास ने नया वीडियो जारी करते हुए अग़वा किए गए दो और इसराइली नागरिकों के ज़िंदा होने का सबूत दिया है। वीडियो में ओमरी मिरान ने बताया है कि उन्हें 202 दिन से बंदी बनाकर रखा गया है। वहीं कीथ सीगल ने पिछले हफ्ते की एक छुट्टी का ज़िक्र किया है। इससे पता चलता है कि इस वीडियो को हाल ही में रिकॉर्ड किया गया है।

दोनों इसराइली नागरिकों को हमास ने 7 अक्टूबर को किए हमले के दौरान अग़वा किया था। वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए ओमरी और कीथ के परिवारों का कहना है कि वे इनकी रिहाई तक लड़ाई जारी रखेंगे। इसके साथ ही ओमरी और कीथ के परिवारों ने इसराइल की सरकार से रिहाई के लिए डील करने की अपील भी की है। नया वीडियो उस वक्त में सामने आया है जब हमास ने कहा है कि वो संघर्ष विराम के लिए इसराइल के ताज़ा प्रस्ताव पर विचार कर रहा है। इसराइल के विदेश मंत्री ने शनिवार को कहा है कि बंधकों की रिहाई के लिए अगर समझौता होता है तो वो रफ़ाह पर प्लान किए गए हमले के फैसले को वापस ले सकते हैं।

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