अनिला आज़मी
मुंबई: भाजपा भले ही 2014 से अधिक सीट जीतने का दम्भ भर रही है। मगर उसके सहयोगी दल इस बार जमकर सौदेबाजी में लगे है। पांच राज्यों में चुनावों में हुवे भाजपा के नुक्सान और सर पर खड़े लोकसभा चुनावों को देखते हुवे भाजपा अब और कोई मौका नही छोड़ना चाहती है। शायद यही कारण है कि भाजपा के सहयोगी दल जमकर भाजपा से मोलभाव कर रहे है। इससे पहले नितीश ने बराबर की सीट बिहार में लिया था। दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल ने भाजपा को आँखे तरेरी थी। सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर तो मुख्यमंत्री के पास अपना इस्तीफा लेकर पहुच गये थे। जिसको मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नामंजूर कर दिया। शिव सेना लगातार अपनी आँखे तरेर रहा था। अब इस बीच शिवसेना ने भी अपनी शर्तो पर अमित शाह को गले लगा लिया है। शिवसेना ने इस गठबंधन में कुल 23 सीट अपने खाते में लिखवा लिया है वही भाजपा के खाते में 25 सीट आएगी।
बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दोनों दलों के बीच बनी सहमति का खुलासा किया। फडणवीस ने कहा कि ‘शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी का 25 साल से गठबंधन है। कुछ मुद्दों पर मतभेद हुआ होगा, पर सैद्धांतिक रूप से दोनों हिंदुत्ववादी हैं, इसलिए हम इतने सालों तक साथ रहे। विधानसभा चुनाव हम साथ नहीं लड़े लेकिन उसके बाद केंद्र और राज्य में हम साथ में सरकार चला रहे हैं।
शफी उस्मानी डेस्क: पीएम मोदी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में रमज़ान के दौरान…
शफी उस्मानी डेस्क: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने कहा है…
आदिल अहमद डेस्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि केंद्र की…
आफताब फारुकी डेस्क: नेपाल ने कुछ भारतीय ब्रांड्स के मसालों की गुणवत्ता पर सवाल उठने…
मो0 शरीफ कानपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायबरेली में शुक्रवार को रैली की।…
अनिल कुमार पटना: बिहार के अररिया जिले में जीजा और साली का प्रेम ऐसा परवान…