मुकम्मल हुई ज्ञानवापी मस्जिद में जुमे की नमाज़, नमाज़ी गए अपने घरो को, अपर पुलिस आयुक्त सुभाष चन्द्र दुबे ने किया पैदल मार्च, बेतुके सवाल का दिया माकूल जवाब, तिरंगे के साथ निकले मस्जिद से नमाज़ी
शाहीन बनारसी
वाराणसी: वाराणसी की बहुचर्चित और कदीमी ज्ञानवापी मस्जिद में नमाज़-ए-जुमा मुकम्मल हो चुकी है। भारी तायदात में नमाजियों ने मस्जिद ज्ञानवापी में नमाज़ अदा किया। बाद नमाज़ आज नमाज़ी तिरंगा हाथो में लेकर मस्जिद से बाहर निकले और पुरसुकून तरीको से अपने गंतव्य को गए। आज भी नमाज़ में भारी संख्या में नमाज़ी ज्ञानवापी मस्जिद पहुचे थे। पूरी मस्जिद दौरान-ए-नमाज़ नमाजियों से खचाखच भरी हुई थी।
आज नमाज़ के दरमियान शाही इमाम ने नमाजियों से अपील किया कि वह सीरत-ए-मुस्तफा पर चले। किसी तरीके की नारेबाजी करने से माहोल ही ख़राब होता है। मुल्क की जम्हूरियत में हमारे भी फ़रायज़ है, जिसको हमे पूरा करना है। बाद नमाज़ मुल्क में अमन चैन और तरक्की की दुआख्वानी हुई। इसके बाद नमाजियों ने सुन्नत और नफिल नमाज़े अदा किया। जिसके बाद मस्जिद से निकलते वक्त नमाज़ी हाथो में तिरंगा लेकर निकले और एक सफ में होते हुवे अपने गंतव्य को गए।
दौरान-ए-नमाज़ सुरक्षा का का जायजा लेने खुद अपर पुलिस आयुक्त (अपराध) सुभाष चन्द्र दुबे सडको पर उतरे और भरी दोपहर में सडको पर पैदल भ्रमण किया तथा इलाके में सभी को सुरक्षा का अहसास करवाया। पैदल गश्त के दरमियाना आईपीएस सुभाष चन्द्र दुबे भारी पुलिस बल के साथ दालमंडी, नई सड़क आदि इलाको में पैदल घुमे। इस दरमियान पत्रकारों के सवालो का उन्होंने जवाब भी दिया।
बड़े ही सहज तरीके से जवाब देते हुवे आईपीएस सुभाष चन्द्र दुबे ने एक बेतुके सवाल का बड़ा ही माकूल जवाब दिया। सवाल एक पत्रकार द्वारा पूछा गया कि आज जो जुम्मे की नमाज़ हुई तो क्या कहना चाहेगे आप? बेशक आप भी समझ रहे होंगे कि ये कैसा बेतुका सवाल है. मगर आईपीएस सुभाष चन्द्र दुबे ने इस बेतुके सवाल का भी सहजता से जवाब देते हुवे कहा कि जुमा तो हमेशा होता रहा है। कोई आज नया तो नही हो रहा है। हम अक्सर ही संभ्रांत नागरिको से बातचीत करते है।
बहरहाल, शहर में अमन-ओ-सुकून के साथ नमाज़–ए-जुमा मुकम्मल हुई है। शहर में सभी तरफ अमन का माहोल कायम है। लोग अपने अपने कामो में मशगुल है। शहर बनारस अपने रफ़्तार में पुरसुकून तरीके से जी रहा अहि। कही कोई भी अप्रिय गटना सामने नही आई है।