जिलाधिकारी ने बच्चों को उपलब्ध कराई जाने वाली ड्रेस के मानकों के संबंध में अधिकारियों को किया निर्देशित

गौरव जैन

रामपुर। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को उपलब्ध कराई जाने वाली ड्रेस के मानकों के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया कि बच्चों को शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप बेहतर गुणवत्ता वाली ड्रेस की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी।

कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि ड्रेस की गुणवत्ता की मॉनिटरिंग उपजिलाधिकारी एवं खंड विकास अधिकारियों की निगरानी में होगी तथा आवश्यकता अनुरूप मानकों की टेस्टिंग भी कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि ड्रेस तैयार कराने में टेलरिंग का कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूह के लोगों को जोड़ा जाएगा साथ ही जनपद में आने वाले मजदूरों में से टेलरिंग का कार्य जानने वालों को भी स्वयं सहायता समूह के साथ कार्य करने की योजना तैयार कराई जाएगी ताकि स्वयं सहायता समूह के साथ ही कोविड-19 के कारण जनपद में वापस आने वाले टेलरिंग के कार्य में कुशल मजदूरों को भी रोजगार के साधन से जोड़ा जा सके।

उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी सहित सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि ड्रेस की सिलाई के दौरान प्रयुक्त होने वाले धागे की गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाए क्योंकि प्रायः ऐसे मामले सामने आते हैं जिनमें कपड़ा मानक के अनुरूप होने के बावजूद भी मजबूत धागे का उपयोग न होने के कारण ड्रेस की गुणवत्ता मानक के अनुरूप नही होती है।

इसके बाद उन्होंने कायाकल्प के तहत कार्यों की प्रगति के संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी से पूछताछ की तथा कहा कि कायाकल्प के तहत कार्यों में लापरवाही पर जीरो टॉलरेंस का रवैया अपनाया जाए। मनरेगा के तहत तालाबों की खुदाई को जल संरक्षण के दृष्टिकोण से प्राथमिकता दी जाए परंतु इस दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि तालाब की खुदाई से पूर्व राजस्व विभाग की टीम से तालाब की भूमि की पैमाइश अनिवार्य रूप से होनी चाहिए ताकि तालाब की भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायतों का भी मौके पर निस्तारण संभव हो सके।

उन्होंने स्पष्ट किया कि गांव के निरीक्षण के दौरान कमी पाए जाने पर मॉनिटरिंग अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी इसलिए मॉनिटरिंग अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के संबंध में जारी किए जा रहे हैं निर्देशों का सख्ती से अनुपालन कराएं तथा प्रत्येक गांव की रिसोर्स मैपिंग भी होनी चाहिए ताकि गांव के प्रत्येक सार्वजनिक भूमि एवं स्थलों का चिन्हांकन हो सके।

इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी शिवेंद्र कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन जगदंबा प्रसाद गुप्ता, मुख्य कोषाधिकारी लक्ष्मीकांत, परियोजना निदेशक ग्रामीण विकास मोतीलाल व्यास, उपायुक्त उद्योग सुशील कुमार शर्मा, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

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