शाहीन बनारसी
ईद-उल-अजहा जिसको बकरीद भी कहा जाता है, मज़हब-ए-इस्लाम में अकीदत रखने वालों के लिए खास त्योहार होता है। इसे बकरा ईद, बकरीद, ईद-अल-अजहा भी कहा जाता है। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक यह साल का आखरी महिना होता है। इस महीने को जु-अल-हज्जा कहा जाता है। इस माह की 10वीं तारीख को यह त्यौहार मनाया जाता है। इस बार यह त्यौहार कल यानी 10 जुलाई रविवार को मनाया जाएगा। ईद-अल-अजहा ईद-उल-फितर के बाद इस्लाम मज़हब का सबसे बड़ा त्योहार है। यह पर्व कुर्बानी के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बकरे, दुम्बे आदि की कुर्बानी दी जाती है।
इस्लाम धर्म में हिजरी संवत चंद्र कैलेंडर पर आधारित है। यही वजह है कि बकरीद पर्व का ऐलान भी चांद के हिसाब से किया जाता है। इस साल बकरीद का पर्व 10 जुलाई, 2022 को मनाया जाएगा। इस माह के बाद इस्लामी कलेंडर का नया साल शुरू होता है। मुहर्रम की पहली तारीख इस्लामी कलेंडर में पहला दिन होता है। कहा जाता है कि इस्लाम के साल की शुरुआत कुर्बानी से होती है (शहादत-ए-कर्बला) और आखिर भी कुर्बानी से होती है। इस साल ईद-उल-अजहा के मुक़द्दस मौके पर आप अपने करीबियों को इन सदेशो से बधाई दे सकते है।
(यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। PNN24 न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
फारुख हुसैन डेस्क: असम के करीमगंज संसदीय क्षेत्र के एक मुस्लिम बहुल गांव के लोगों…
तारिक आज़मी डेस्क: बेशक इश्क खुबसूरत होता है। मगर इश्क अगर ड्रामा-ए-इश्क बने तो खतरनाक…
प्रमोद कुमार मऊ: मऊ जनपद में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।…
फारुख हुसैन लखीमपुर-खीरी: खीरी जनपद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है,…
जगदीश शुक्ला डेस्क: अपनी लेस्बियन बहु से परेशान होकर एक सास ने बुलंदशहर पुलिस अधिकारियों…
गौरव जैन डेस्क: ख्वाजा नगरी के नाम से मशहूर राजस्थान के अजमेर जिले से एक…