सीतापुर में बुज़ुर्ग महिला के जलते झोपड़े पर चला बुलडोज़र, महिला को पुलिस ने लिया हिरासत में, सपा ने साधा प्रदेश सरकार पर वीडियो ट्वीट कर निशाना

ईदुल अमीन

सीतापुर: कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने के दौरान आग लगने से मां-बेटी की मौत का मामला भी ठंडा भी नही हुआ है कि इस बीच एक और वीडियो सीतापुर से सामने आया है। वीडियो में एक झोपड़ी पर आग लगी हुई है और उस पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बुलडोजर चलाने से पहले वहां रह रही बुजुर्ग महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

जानकारी के अनुसार सीतापुर के कमलापुर के सरौराकला में पुलिस और राजस्व टीम बुलडोजर के साथ ग्राम सभा की जमीन से अतिक्रमण हटवाने पहुंची थी। इसी समय झोपड़ी में आग लग गई। देखते ही देखते आग भयंकर रूप लेने लगी, लेकिन तभी मौके पर मौजूद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आग पर काबू पाया और कानपुर देहात जैसा हादसा होते-होते टल गया। टीम ने जल रही झोपड़ी को बुलडोजर से गिरवा दिया। विरोध कर रही महिला को पुलिस अपने साथ ले आई।

बुज़ुर्ग महिला का आरोप है कि प्रशासन ने झोपड़ी में आग लगा दी और बुलडोजर चला दिया। वही पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर उसका शांति भंग में चालान कर दिया। मामला सिधौली तहसील क्षेत्र के कमलापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सरौरा कला मजरा खानपुर का बताया जा रहा है। जानकारों की माने तो सरौरा कला मजरा खानपुर निवासी लज्जावती का ग्राम समाज की भूमि पर अवैध कब्जा था। जिस को हटाने के लिए राजस्व टीम पुलिस बल के साथ गांव पहुंची थी। बताते हैं कि जब जेसीबी ने अस्थाई कब्जा हटाना शुरू किया। उसी दौरान झोपड़ी में आग लग गई।

इस सम्बन्ध में समाजवादी पार्टी ने प्रदेश सरकार पर वीडियो ट्वीट करते हुवे निशाना साधा है। सपा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि “कानपुर बुलडोजर हत्याकांड के बाद एक और घटना यूपी के सीतापुर में होते होते बची प्रशासन ने झोपड़ी में आग लगा दी और बुलडोजर चला दिया इससे पहले झोपड़ी में रहने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया ये यूपी में आग लगाकर बुलडोजर चला देना कौन से संविधान और कानून की किताब में लिखा है योगीजी?” ट्वीट के साथ बुलडोज़र चलते समय का वीडियो भी पोस्ट है जिसमे दिखाई दे रहा है कि झोपड़ी में आग लगी हुई है और वैसे ही बुलडोज़र उसको गिरा रहा है।

इस सम्बन्ध ए स्थानीय लेखपाल शशांक मिश्र ने बताया कि सरौराकला में कूड़ाघर के लिए जमीन चिह्नित की गई थी। चिह्नीकरण के समय जमीन खाली थी। यह जमीन बंजर और आबादी में दर्ज है। बाद में लज्जावती पत्नी सुनील ने इस जमीन पर झोपड़ी बना ली। पड़ोस में ही इनका बाग है। कूड़ाघर के जमीन को खाली करने के लिए एक सप्ताह पहले नोटिस भी दी गई थी। बुधवार को कब्जा हटवाने पहुंचे थे। महिला ने कब्जा हटाने का विरोध किया और खुद ही झोपड़ी में आग लगा दी।

वही थानाध्यक्ष राजकरन शर्मा ने बताया कि सरौराकला गांव में स्वच्छ भारत मिशन के लिए एक जमीन चिह्नित की गई है। इसी जमीन पर गांव की महिला लज्जावती ने झोपड़ी बना रखी थी। राजस्व टीम के साथ पुलिस, कब्जा खाली कराने पहुंची थी। कार्रवाई के दौरान महिला ने झोपड़ी में आग लगा दी। महिला को हिरासत में लेकर शांतिभंग की धाराओं में कार्रवाई की गई है। अन्य कोई मामला नहीं है।

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