तारिक़ आज़मी की मोरबतियाँ: ‘हंसे न…! सूप त सूप, चलनियो बोले जिम्मे..!’, भगोड़े ललित मोदी ने ट्वीट कर राहुल गाँधी पर यूके में मुकदमा करने की दिया धमकी, जाने क्यों विपक्ष इसके बाद हुआ भाजपा पर हमलावर

तारिक़ आज़मी

800 करोड़ मनी लांड्रिंग मामले में आरोपी और देश छोड़ कर भागे ललित मोदी ने ट्वीट के माध्यम से गजबे की धमकी दे डाली है। ललित मोदी ने कहा है कि वह राहुल गाँधी पर यूके की अदालत में मुकदमा करेगे। ललित मोदी ने यह ट्वीट कल किया है। बताते चले कि ललित मोदी का यह ट्वीट तब आया है जब राहुल गाँधी को मोदी सरनेम पर टिप्पणी करने के आरोप में गुजरात की एक अदालत ने 2 वर्ष की सज़ा सुनाई है और लोक सभा से इसी आधार पर उनकी सदस्यता रद्द कर दिया गया है।

ललित मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘मैं लगभग हर टॉम डिक और गांधी सहयोगियों को बार-बार यह कहते हुए देखता हूं कि मैं भगोड़ा हूं। क्यों? कैसे? और कब मुझे कभी भी इसके लिए दोषी ठहराया गया था। पप्पू उर्फ राहुल गांधी अब एक सामान्य नागरिक है, यह कह रहा है और ऐसा लगता है कि एक और सभी विपक्षी नेताओं के पास करने के लिए और कुछ नहीं है इसलिए वे भी या तो गलत जानकारी रखते हैं या सिर्फ बदले की भावना रखते हैं। मैंने फैसला किया है कि राहुल गांधी को तुरंत यूके की अदालत में बुलवाऊ। मुझे यकीन है कि उसे कुछ ठोस सबूतों के साथ आना होगा। मैं उसे खुद को पूर्ण मूर्ख बनाते देखने के लिए उत्सुक हूं।‘

ललित मोदी के इस ट्वीट के बाद सियासी हलचल मच गई और विपक्ष सीधे भाजपा पर हमलावर हो गया है। राज्य सभा सांसद मनोज कुमार झा ने ट्वीट करते हुवे कहा कि ‘क्या नीरव मोदी, मेहूल चोकसी, विजय माल्या आदि पर भी राहुल गांधी पर केस करने का दबाव डाला जाएगा?’ अपने ट्वीट में मनोज कुमार झा ने सीधे सीधे भाजपा पर हमला बोला है।

एक ट्वीट में तो मनोज कुमार झा ने यहाँ तक कह दिया कि केस करने का फैसला आपका अपना नही हो सकता ललित मोदी जी।

वही पवन खेडा जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता है ने जमकर भाजपा पर हमला बोलते हुवे ट्वीट में लिखा है कि क्या विजय माल्या, मेहुल चोकसी पर भी दबाव डाल कर ऐसे मुक़दमे करवाए जायेगे। पवन खेडा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘क्या नीरव मोदी, मेहूल चोकसी, विजय माल्या आदि पर भी राहुल गांधी पर केस करने का दबाव डाला जाएगा?’

अपने दुसरे ट्वीट ने सीधे सीधे पवन खेडा ने हमला करते हुवे प्रधानमन्त्री मोदी को इंगित करते हुवे लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राहुल गाँधी पर दबाव बनाने के लिए विदेशो से मदद लिया जा रहा है। पवन खेडा ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘क्या अब साहेब विदेश से मदद ले रहे हैं राहुल जी को क़ानूनी कार्यवाही की धमकी देने के लिए।”

अब यहाँ सवाल उठाना वाजिब है कि आखिर ललित मोदी के इस ट्वीट का सम्बन्ध भाजपा से कैसे निकाला जा सकता है। तो बताते चले कि ललित मोदी, नीरव मोदी के खिलाफ मोदी सरनेम को लेकर ही राहुल गांधी ने टिप्पणी किया था जिसके ऊपर गुजरात की अदालत ने राहुल गांधी को उस आईपीसी की धारा में अधिकतम सज़ा 2 साल सुनाई है। जिसके बाद आनन फानन में दुसरे ही दिन लोक सभा के स्पीकर ओम बिडला ने राहुल की सदस्यता समाप्त करने का पत्र जारी कर दिया। यही बात नही रूकती है। सरकार ने राहुल गाँधी को उनका बंगला खाली करने का नोटिस भी थमा दिया है।

इन सबके बीच ललित मोदी का भाजपा से सम्बन्ध भी विपक्ष गिनाने लगा है। इसको समझने के लिए थोडा अतीत में दाखिल हो उससे पहले हम आपको बताते चले कि ललित मोदी कौन है और क्या उनके ऊपर आरोप है। इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी उत्तर प्रदेश में मोदीनगर शहर बसाने वाले गुजरमल मोदी के पोते हैं। 58 साल के ललित मोदी इस वक्त लंदन में हैं और लंबे वक्त से वहां पर ही रह रहे हैं। आईपीएल में हुए विवाद और कई आरोपों से घिरने के बाद ईडी ने उनके खिलाफ जांच शुरू की थी और वह भारत छोड़ गए।

ललित मोदी को भारत में भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। ललित मोदी पर आरोप है कि टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता देख ललित मोदी आईपीएल लेकर आए थे। उन्होंने अपने दम पर इसका खांचा तैयार किया और 2008 में पहली बार आईपीएल कराया। इसे पुरजोर सफलता मिली। 2 साल तक इसका शानदार आयोजन हुआ और एक समय तो ललित मोदी बीसीसीआई अध्यक्ष के समकक्ष दिखने ​लगे। फिर 2010 के आयोजन से पहले दो नई टीमें कोच्चि और पुणे जुड़ीं। इसके टेंडर में गड़बड़ी पाई गई और फिर यहां से शुरू हुआ विवाद।

आईपीएल 2010 के बाद ललित मोदी पर आईपीएल से जुड़े टेंडर और ऑक्शन में गड़बड़ियों के आरोप लगे। उन्हें पद का गैर-जरूरी लाभ लेने वाला बताया गया। फिर बीसीसीआई ने इंटरनल जांच के बाद ललित मोदी को बोर्ड से बाहर कर दिया। बीसीसीआई ने उन पर प्रतिबंध भी लगा दिया। आईपीएल में गड़बड़ियों की बात सामने आने पर ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने उनके खिलाफ जांच शुरू की, लेकिन इस बीच ललित मोदी भारत छोड़ लंदन भाग गए। तब से वे नहीं लौटे हैं।

अब इतने आरोपों से भागने वाले ललित मोदी अगर राहुल गाँधी को मुक़दमे की धमकी देते है तो उसके पीछे भाजपा का सम्बन्ध होना कैसे निकल सकता है। दरअसल ललित मोदी के भाजपा से गहरे रिश्ते की चर्चा पहले रही है। तत्कालीन मंत्री स्व0 सुषमा स्वराज पर ललित मोदी को टूरिस्ट वीजा दिलवाने का आरोप लगा था। यह घटना वर्ष 2015 की है। 17 जून 2015 को ‘द हिन्दू’ ने अपने खबर Sushma Swaraj, Vasundhara Raje helped me: Lalit Modiमें ललित मोदी के साथ अपनी बातचीत का ब्यौरा लिखा है जिसमे साफ़ साफ़ ललित मोदी ने कहा था कि वसुंधरा राजे और सुषमा स्वराज ने उसकी काफी मदद किया है। ये वह समय था जब ललित मोदी बड़ा ही सम्मानित बनकर घूमता था। सियासत में बढ़िया पकड़ रखता था।

14 जून 2015 को आज तक ने अपनी खबर ‘ललित मोदी ट्रेवेल वीजा दिलाने पर घिरी सुषमा ने PM से की बात, घर की बढ़ी सुरक्षा’ में साफ़ साफ़ लिखा था कि सुषमा स्वराज ने ललित मोदी को ट्रेवेल वीजा दिलवाने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात किया और उनको पूरी बात बताया जिसके बाद सुषमा स्वराज के घर की सुरक्षा बढ़ा दिया गया था। ये वह दौर था जब कांग्रेस ललित मोदी को ट्रेवेल वीजा देने के लिया तत्कालीन मंत्री स्व0 सुषमा स्वराज पर तीखे हमले कर रही थी।

यही नही 29 जून 2015 को आज तक ने अपनी खबर ललित मोदी से जुड़े पासपोर्ट मुद्दे के बारे में सुषमा के मंत्रालय का जानकारी देने से इनकार’ शीर्षक से खबर में लिखा था कि सुषमा स्वराज के मंत्रालय ने आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के पासपोर्ट मामले में कोई भी जानकारी देने से साफ़ साफ़ इंकार कर दिया है। यही नही 14 जून 2015 को अमर उजाला ने अपनी खबर में साफ़ साफ़ लिखा है कि ‘विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीटर पर लिखा कि उन्होंने मानवता की वजह से  पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी को उन्हें ट्रैवेल डॉक्यूमेंट दिलाने में मदद की थी।‘ यही नही स्व0 सुषमा स्वराज का वह ट्वीट लिंक भी अमर उजाला ने शेयर किया था और वह ट्वीट आज भी ट्वीटर पर उपलब्ध है जो स्व0 सुषमा स्वराज ने 14 जून 2015 को किया था।

वही दुसरे तरफ ‘सुषमा के पति स्वराज कौशल ने माना ‘मैं 22 साल तक ललित मोदी का वकील’ के बयान को कई मीडिया हाउस ने प्रमुखता से उठाया था जिसमे नई दुनिया, न्यूज़18 और आज तक शामिल हैजिसमे स्वराज कौशल का वह बयान प्रमुखता से उठाया गया है कि वह 22 साल तक ललित मोदी के कानूनी सलाहकार थे। देश के प्रमुख अखबारों में से एक हिंदुस्तान लाइव ने अपने समाचार ‘जब राजस्थान के सुपर CM कहलाने लगे थे ललित मोदी, दोस्ती से वसुंधरा हुई बदनाम, इनसाइड स्टोरी’ में ललित मोदी और वसुंधरा राजे के दोस्ती को उजागर किया है। जिसमे यहाँ तक लिखा है कि वसुंधरा राजे जब तक राजस्थान की सीएम थी ललित मोदी को लोग सुपर सीएम कहने लगे थे। इस बात का फायदा वर्ष 2008 में राजस्थान कांग्रेस ने खूब उठाया था और इसको एक मुद्दा बना दिया था, जिसके बाद भाजपा राजस्थान में चुनाव हार गई थी।

ऐसी ही एक खबर एबीपी लाइव ने लिखा है जिसमे उनसे कहा है कि ‘राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के पूर्व प्रेसिडेंट ललित मोदी कंट्रोवर्सी में हमेशा छाए रहते हैं। सत्ता के गलियारे में हीरो और विपक्ष के सामने ‘विलेन’ बनाए जाते रहे हैं। राजस्थान के क्रिकेट से लेकर आईपीएल तक ललित मोदी छाये रहे ते हैं। नेत्री से लेकर अभिनेत्री तक इनका जलवा बरकरार रहा है। ललित मोदी कभी राजस्थान के ‘सुपर सीएम’ भी कहलाने लगे थे।’

यही नही सुषमा स्वराज की बेटी बासुरी स्वराज जो कई चर्चित मामलो की पैरवी कर चुकी है। उन्होंने ललित मोदी का भी केस लड़ा था जिस पर भाजपा ने कहा है कि बासुरी स्वराज सुषमा स्वराज की बेटी है और यह उनका प्रोफेशन है। बासुरी स्वराज एक अधिवक्ता है और अभी पिछले सप्ताह ही उन्होंने भाजपा औपचारिक रूप से ज्वाइन किया है तथा उनको विधि प्रकोष्ठ के सह संयोजक का पद मिला है। इसके बाद अब ललित मोदी का ऐसा ट्वीट आने से विपक्ष को हमला करने का मौका मिल गया है। वैसे ललित मोदी जैसे यूके में केस करने की बात कह रहे है तो फिर वह इंडिया आकर भी तो केस कर सकते है। ईडी अपनी जाँच भी पूरी कर लेगा और उनके ऊपर भागने का आरोप भी हट जायेगा। साथ ही साथ यह भी विपक्ष को जवाब मिल जायेगा कि ललित मोदी भगोड़े नही है।

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