कानपुर ‘हमराज़ अग्निकांड’: पुलिस का वह मानवीय चेहरा जिसे देख सबकी ख़ुशी से आँखे हुई नम, जब जान पर खेल कर डीसीपी कानपुर साउथ और उनकी पुलिस टीम ने बचाया एक नहीं 6 बेज़ुबानो की जान

आदिल अहमद

कानपुर: कानपुर नगर के बांसमंडी स्थित होजरी मार्किट ‘हमराज़’ में लगी आग में जहा कई सपने, कई अरमान और कई मेहनत जलकर ख़ाक हो गई। हर तरफ आंसू अपने सैलाब में सब कुछ डुबाने को बेताब था, सभी तरफ सब कुछ बर्बाद हो जाने की सिसकियाँ थी। इसी दरमियान सांस ले रही मौत के बीच में एक नही बल्कि 6 बेजुबानो की ज़िन्दगी थी। जिसके लिए पुलिस का मानवीय चेहरा देखने वाली आंखे ख़ुशी से नम हो गई।

हुआ कुछ इस तरह की होजरी मार्केट में लगी आग के दौरान पुलिस भी कड़ी मशक्कत कर रही थी। ए0आर0 कॉम्पलेक्स में जहां सबसे पहले आग लगी थी, के बाद शनिवार को उसके बगल वाली मार्केट में भी आग लग गई। पुलिस ने अगल बगल की मार्केट काफी मशक्कत के बाद खाली करा ली थी। मगर एक इस दरमियान ‘हमराज़’ में एक मादा कुत्ता बार-बार मार्केट के अंदर जाने की कोशिश कर रही थी। मगर आग के तपिश से बाहर आ जा रही थी।

उसको ऐसा करते डीसीपी कानपुर साउथ सलमान ताज पाटिल की नज़र पड़ गई। डीसीपी सलमान अपने उस कुतिया को देख कर उस बिल्डिंग में कुछ होने के शक से तुरंत वहा पहुचे। डीसीपी के पीछे पीछे उनके मातहत भी अन्दर दाखिल हुवे तो तो सभी पुलिसकर्मी हैरान रह गए। आग से बचते हुवे भवन के एक कोने में 6 बेजुबान पिल्ले (PUPPY) तड़प रहे थे। उनको तत्काल पुलिसकर्मियों ने नम तौलिया में बाँध कर उठाया और सभी को उठाकर बाहर निकाला। उनको पोछ कर देखा गया किसी को कोई क्षति नही हुई थी।

उसके बाद इन पपी को पुलिस कर्मियों के अगल बगल घूम रही उन बच्चो की माँ के साथ एक सुरक्षित जगह पर छोड़ा गया। जैसे ही बच्चे अपनी माँ के पास आये इनकी माँ ने उनको दुलार करना शुरू कर दिया। साथ ही जब छोड़ कर पुलिसकर्मी वापस आ रहे थे तो कुतिया उनको उन निगाहों से देख रही थी कि वह दिल से इनका आभार व्यक्त कर रही हो। इंसानियत के इस नजारे को देखकर सभी सभी की आंखें भर आई।

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