डीएपी खाद हेतु किसान फिर रहे मारे-मारे

उमेश गुप्ता

बिल्थरारोड(बलिया): गेंहू की फसल की बुआई के लिए किसानों को डीएपी खाद के लिए मारे-मारे फिरना पड़ रहा है। समितियों पर कम डीएपी खाद आने से अधिकांश किसान खाद पाने से वंचित रह गए है। इस समय किसान सबसे ज्यादा परेशान व लाचार नजर आ रहा है। गेहूं बुआई का सीजन शुरू हो चुका है, लेकिन सरकार गेहूं बुआई के लिए पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं करवा पा रही।

बहुता चक उपाध्याय, पशुहारी, भीटा भुवारी सहित अन्य सहकारी समितियों और क्रय विक्रय केंद्र सीयर पर डीएपी खाद 200 से 300 बोरी तक खाद आने से कुछ किसानों को खाद मिला तो कुछ किसान बिना खाद मिले ही वापस लौट गए हैं। किसानों की इस मांग को उठाने कोई आगे नहीं आ रहा है।

डीएपी खाद की किल्लत किसानों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। कुछ किसान प्राइवेट दुकानों से मंहगे दाम पर डीएपी खाद खरीदकर गेंहू की बुआई कर रहे है जिससे सरकार का किसानो को भरपूर मात्रा में खाद उपलब्ध कराने की बात खोखला साबित हो रहा है।

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