“फुल खिले है गुलशन गुलशन” फेम मशहूर अदाकार तबस्सुम का हुआ निधन, सोमवार को होगी प्रार्थना सभा, जाने तबस्सुम का फ़िल्मी सफ़र और उनसे जुडी अन्य बाते

शाहीन बनारसी

डेस्क: “फुल खिले है गुलशन गुलशन” नाम के टीवी शो की मशहूर अदाकारा तबस्सुम का कल देहांत हो गया। वह 78 वर्ष की थी। पिछले वर्ष तबस्सुम के देहांत की अफवाह भी उडी थी जिसका खंडन उन्होंने खुद किया था। दूरदर्शन पर तबस्सुम का कार्यक्रम “फूल खिले हैं गुलशन गुलशन” लम्बे समय तक प्रसारित हुआ था। इस कार्यक्रम में वह ऐक्टर्स का इंटरव्यू लिया करती रही थी। यह टीवी पर चलने वाला सबसे लम्बे समय का शो भी था। वर्ष 1972 के अक्टूबर माह की 8 तारिख को इस शो का पहला एपिसोड आया था और अंतिम एपिसोड वर्ष 1993 में आया था। इस प्रकार यह शो लगभग 11 साल तक चला था।

तबस्सुम का निधन कल 18 नवंबर को कार्डिक अरेस्ट की वजह से हुआ है। तबस्सुम की प्रेयर मीट जो सोमवार को है का जब प्रसारण तबस्सुम के परिजनों द्वारा किया गया तब जाकर इसकी जानकारी लोगो को हुई। 21 नवंबर को उनके लिए सांताक्रुज के आर्या समाजमें प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा। तबस्सुम का पूरा नाम तबस्सुम गोविल था। सिनेमा जगत में वह कभी किसी पहचान की मोहताज नहीं रहीं। उनका जन्म 9 जुलाई 1944 को अयोध्या से हुआ था। उनके पिता अयोध्यानाथ सचदेव और असगरी बेगम स्वतंत्रता सेनानी थे। हालांकि, अभिनेत्री की पढ़ाई-लिखाई मुंबई में हुई।

दावा किया जाता है कि तबस्सुम ने बहुत छोटी उम्र में ही फिल्मी दुनिया में कदम रख दिया था। वह जब पहली बार स्क्रीन पर आई थीं तब वह महज तीन साल की थीं। साल 1947 में रिलीज हुई फिल्म ‘मेरा सुहाग’ में उन्होंने बाल कलाकार की भूमिका निभाई थी। तबस्सुम ने फिल्म ‘दीदार’ में नरगिस के बचपन का किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों को जीत लिया था। इसके बाद वह कई फिल्मों में नजर आईं थी।

 तबस्सुम ने कई यादगार किरदार निभाये अफसाना, दीदार, बैजू बावरा, प्यार का मौसम, अधिकार जैसी जबरदस्त फिल्मे तबस्सुम के अदाकारी को बयान आज भी करती है। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए तबस्सुम के बेटे होशंग गोविल ने बताया कि रात 8:40 पर माँ का कार्डिक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया। इसके पहले उनको पेट की समस्याओं के कारण अस्पताल में भी भर्ती करवाया गया था। जिसके बाद वह बिल्कुल स्वस्थ थी। 10 दिन पहले ही उन्होंने शूटिंग की थी और अलगे हफ्ते भी उनका शूट था जिसके लिए वो बहुत एक्साइटेड थी। तबस्सुम का विवाह टीवी एक्टर अरुण गोविल के भाई विजय गोविल से हुआ था जो फिल्म इंडस्ट्री से दूर रहते है और टाइमलाइन अथवा पेज 3 का हिस्सा होना भी उनको पसंद नही है। तबस्सुम ने एक फिल्म भी निर्देशित किया था जिसमे उनके बेटे होशंग गोविल ने मुख्य किरदार निभाया था। यह फिल्म “तुम पर हम कुर्बान” बॉक्स ऑफिस में कोई ख़ास कमाल नही कर पाई थी।

मशहूर प्लेबैक सिंगर सुनिधि चौहान अभिनेत्री तबस्सुम की वजह से ही सिंगर बन पाईं। दरअसल तबस्सुम ने सुनिधि को एक बार गाते सुना। उन्होंने सुनिधि को अपने कार्यक्रम ‘तबस्सुम हिट परेड’ में गाने के लिए बुलाया। वह सुनिधि की आवाज से इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने ही सुनिधि के परिवार से मुंबई शिफ्ट होने के लिए कहा। उन्होंने सुनिधि को कल्याणजी-आनंदजी से मिलवाया। उस वक्त सुनिधि 11 साल की थीं। इसके बाद सुनिधि ने कल्याणजी एकेडमी के लिए गाया। उनके लिटिल वंडर्स की मुख्य गायिका बन गईं। इसके बाद उन्हें कई शो ऑफर हुए। 13 साल की उम्र में सुनिधि को फिल्म ‘शस्त्र’ मिली। एक अवॉर्ड शो में सुनिधि की आवाज सुनकर आदेश श्रीवास्तव ने उन्हें फिल्म ‘शस्त्र’ में गवाने का फैसला किया।

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