ब्राजील: वह इतवार जब लोकतंत्र पर भारी पड़ने लगा भीड़तंत्र, देखे तस्वीरे कि कैसे हिंसक भीड़ ने वहाँ की संसद, सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति भवन में किया उपद्रव

तारिक़ खान

ब्राजील में पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो के हजारों समर्थकों ने वहां की संसद, सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति भवन पर रविवार को धावा बोल दिया। दुनिया भर में इस ‘लोकतंत्र पर हमले’ की होती निंदा के बीच ब्राजील में पुलिस ने सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया है और इन लोकतांत्रित संस्थानों पर अपना नियंत्रण वापस ले लिया है। पुलिस ने अब प्रदर्शनकारियों के कैंप को चारों तरफ से घेर लिया है। राजधानी में आपातकाल की घोषणा के साथ-साथ शहर में सुरक्षा कड़ी करने आदेश दिए गए हैं। बोल्सोनारो के पूर्व सहयोगी ब्रासीलिया के गवर्नर को सस्पेंड कर दिया गया है।

दरअसल अक्टूबर, 2022 में हुए राष्ट्रपति के चुनावों में लूला डी सिल्वा ने जाएर बोलसोनारो को हरा दिया था। इन चुनावों में लूला को जहां 50.9 फ़ीसदी वोट मिले थे वहीं बोलसोनारो के हिस्से 49.1 फ़ीसद वोट आए थे। नतीजों के बाद से ही बोलसोनारो के समर्थक अपनी चुनावी हार मानने को तैयार नहीं है। लंदन में करीब डेढ़ लाख ब्राजीलियाई आबादी रहती है। 67 साल के रिकॉर्डो जो मूलत ब्राजील के रहने वाले हैं उन्होंने कहा कि रविवार को ब्रासीलिया में हुई हिंसा के लिए राष्ट्रपति लूला के समर्थकों को जिम्मेदार बताया है, बावजूद इसके कि वहां पर बोलसोनारो के समर्थक मौजूद थे। उन्होंने कहा, “बोलसोनारो काफी रूखे हैं लेकिन वे ईमानदार हैं। ब्राजील तरक्की कर रहा है और लूला एक चोर हैं।”

इस हिंसक विरोध-प्रदर्शन में किसी की मौत या बुरी तरह घायल होने की खबर नहीं आई है, लेकिन उपद्रवियों ने बड़े पैमाने पर तोड़-फोड़ की है। उन्होंने राष्ट्रपति महल की टूटी हुई खिड़कियों से फर्नीचर फेंका, संसद के कुछ हिस्सों को पानी से भर दिया और सुप्रीम कोर्ट के कमरों में तोड़फोड़ की। ब्राज़ील की राजधानी ब्रासीलिया में रविवार को प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन, सुप्रीम कोर्ट और कई सरकारी इमारतों पर हमला किया। ये प्रदर्शनकारी, धुर दक्षिणपंथी पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थक थे, हालांकि अब अधिकारियों ने सरकारी इमारतों को प्रदर्शनकारियों के कब्जे से छुड़वा लिया है। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अलेक्जेंड्रे डी मारेस ने ब्रासीलिया में सेना मुख्यालय के बाहर और देशभर में जहां कहीं भी प्रदर्शनकारियों के शिविर लगे हुए हैं उन्हें हटाने का आदेश दिया है। बताते चले कि अक्टूबर में चुनावों के बाद से ही प्रदर्शनकारी अलग अलग जगह शिविर कैंपों में रहकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

कुछ प्रदर्शनकारियों अभी भी टेंट में हैं लेकिन ऐसा लगता है कि कुछ ने अपना सामान समेटना शुरू कर दिया है। सुरक्षाबलों ने ब्रासीलिया में संसद और सुप्रीम कोर्ट के आसपास के क्षेत्र पर फिर से नियंत्रण कर लिया है और सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया है। राजधानी में इमरजेंसी और शहर की सुरक्षा को और कड़ा करने की घोषणा की गई है जबकि पूर्व राष्ट्रपति बोलसोनारो के सहयोगी रहे गवर्नर को सुरक्षा में चूक के चलते निलंबित कर दिया गया है। ब्राज़ील के राष्ट्रपति जाएर बोलसोनारो के प्रति वफादार प्रदर्शनकारियों ने हाल ही में हुए चुनाव को खारिज करने और ब्राज़ील को बचाने के लिए सैन्य हस्तक्षेप की मांग की है। दो साल पहले अमेरिका में जैसे डोनाल्ड ट्रंप के समर्थक कैपिटल हिल पर चढ़ गए थे वैसे ही तस्वीरें रविवार को ब्राजील की राजधानी ब्रासीलिया में देखने को मिलीं।

शनिवार और रविवार को बोलसोनारो के करीब चार हजार समर्थक बसों में भरकर ब्रासीलिया आए और आर्मी कैंप के बाहर शिविर में रह रहे प्रदर्शनकारियों के साथ हो मिल गए। सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में प्रदर्शनकारी ऑफिस की खिड़कियों और दरवाजों के साथ तोड़फोड़ करते, फर्नीचर, कंप्यूटर और प्रिंटर को जमीन पर फेंकते हुए देखे जा सकते हैं। दंगा करने वालों ने सरकारी इमारतों में लगी कलाकृतियों और ऐतिहासिक चीजों को भी काफी नुकसान पहुंचाया है, जिसमें एमिलियानो डी कैवलकांती की एक पेंटिंग भी शामिल है। समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक प्रदर्शन करने वालों ने सुप्रीम कोर्ट के बाहर एक मूर्ति को भी तोड़ दिया।राजधानी में हुए प्रदर्शनों के बाद राष्ट्रपति लूला डि सिल्वा ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और जिम्मेदार लोगों को सजा देने का वादा किया।

पुरे घटनाक्रम को अगर सिलसिलेवार देखे तो 2 बजे प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में घुस कर तोड़फोड़ शुरू कर दिया था। जिसके बाद जब तक स्थानीय प्रशासन इस भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश ही कर रहा था कि तभी प्रदर्शनकारियों ने 3 बजे राष्ट्रपति भवन को अपना निशाना बना चुके थे। पुलिस कोई एक्शन ले उसके पहले ही लगभग 3:45 बजे के करीब प्रदर्शनकारी सुप्रीम कोर्ट में भी घुस गए और तोड़ फोड़ शुरू कर दिया था।

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