पश्चिम बंगाल में भाजपा को मिला जोर का झटका धीरे से: शुभेंदु अधिकारी के करीबी विधायक तापसी मंडल ने कमल का त्याग कर थाना टीएमसी का दामन

सबा अंसारी
डेस्क: जैसे-जैसे पूर्वी राज्य में विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे राजनीतिक नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी तेज हो रहा है। पश्चिम बंगाल में भाजपा को एक जोर का झटका उस वक्त लगा है जब उसके हल्दिया से विधायक तापसी मंडल, जो शुभेंदु अधिकारी के करीबी समझे जाते है ने भाजपा को छोड़ कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया हैं। तापसी मंडल के टीएमसी में जाना पूर्व मेदिनीपुर जिले में बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

भगवा पार्टी छोड़ते हुए मंडल ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी राज्य में ‘विभाजनकारी राजनीति’ कर रही है। मंडल ने कहा, ‘बीजेपी राज्य में विभाजनकारी राजनीति कर रही है, जिसे मैं स्वीकार नहीं कर सकी। मैंने बार-बार इस गंदी राजनीति के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की, लेकिन कुछ भी बदल नहीं सका। बंगाल के लोग इस तरह की राजनीति को सकारात्मक रूप में नहीं देख रहे हैं। वहीं, ममता बनर्जी इस राज्य में महिलाओं के विकास के बारे में सोच रही हैं। यही कारण है कि मुझे बीजेपी छोड़नी पड़ी और मैं तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गई।’
उन्होंने कहा कि ‘मैंने दिल्ली में हमारे नेतृत्व को भी विभाजनकारी राजनीति के बारे में जानकारी दी थी। लेकिन वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मैंने बदलाव लाने की पूरी कोशिश की, लेकिन असफल रही। मैं अपने क्षेत्र हल्दिया के लोगों के लिए कुछ भी नहीं कर पाई। मुझे बार-बार रोका गया। इसलिए मैं ममता बनर्जी के साथ आ गई।’
इसके अलावा मंडल ने जस्टिस अभिजीत गांगुली को सांसद बनाए जाने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा यह समझ से परे है कि बीजेपी और शुभेंदु अधिकारी ने जस्टिस अभिजीत गांगुली को टिकट क्यों दिया! उन्हें बाहर से लाकर पूर्व मेदिनीपुर में बैठा दिया गया। तापसी ने आरोप लगाया कि पूर्व मेदिनीपुर में जानबूझकर खराब स्थिति बनाई जा रही है।











