देखे वायरल वीडियो और सोचे अजीब दबंगई और गजब पुलिसिंग….! लखीमपुर में चलती बस के अंदर नाबालिग लड़की से छेड़खानी का ड्राईवर ने किया विरोध तो दबंगो में लड़की सहित ड्राईवर सलीम को भी पीटा, पुलिस ने शांति भंग में आरोपियों का चालान करने किया कर्तव्यो की इतिश्री

फारुख हुसैन

लखीमपुर: उत्तराखंड के देहरादून से लखीमपुर खीरी आ रही बस में कुछ मनचलों ने जमकर बवाल काटा। आरोप है कि लडको ने एक नाबालिग लड़की को छेड़ा जिसका विरोध ड्राईवर सलीम और कंडेक्टर ने किया। इसके बाद दबंगों ने पीडिता के सहित ड्राईवर सलीम और कंडेक्टर की जमकर पिटाई किया। ड्राईवर सलीम द्वारा थाने पर तहरीर दिया गया तो पुलिस ने आरोपियों का शांति भंग में चालान करके अपने कर्तव्यों का इतिश्री कर लिया।

अब घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमे लड़के उस पीडिता लड़की को भी पीटते हुवे दिखाई दे रहे है। मगर लखीमपुर पुलिस ने इस वीडियो पर भी आंखे बंद कर रखा है और इसी बात से काम चला रही है कि कार्यवाही की गई है। इतनी गंभीर घटना में महज़ शांति भंग के चालान होने से दबंगो के बेशक हौसले और भी बढ़ेगे। मगर पुलिस को इसकी फिक्र कहा है। उसने अपने कर्त्तव्य पुरे कर दिये है।

बस ड्राइवर सलीम ने बताया कि सफर के दौरान निघासन के पढ़ुआ थाना क्षेत्र में कुछ लड़कों ने बस में बैठी दलित नाबालिग लड़की को छेड़ रहे थे। लड़की ने बस ड्राइवर को बताया। ड्राइवर सलीम ने लड़कों को समझाने का प्रयास किया तो वो उससे बहस करने लगे। बस ड्राइवर ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बस रास्ते में पढ़ुआ थाने पर रोक दी। उसने थाने में जाकर मामले की शिकायत पुलिस से की।

आरोप है कि पुलिस ने उल्टा सलीम और कंडक्टर को ही समझाकर वापस भेज दिया। आगे बस सवारी उतारने के लिए बस सिसैया के पास रुकी, तो लड़कों ने अपने कुछ साथियों को बुला लिया और मारपीट करने लगे। उन्होंने लड़की के भी बाल नोचे और उसे भी मारा। सलीम ने बताया कि बस में बैठे यात्रियों ने बस वाले की कोई मदद नहीं की। मनचले मारपीट किये और बस से कूद कर भाग गए।

इस घटना का वीडियो बस में बैठे किसी यात्री ने बना लिया था जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। सलीम ने 8 किलोमीटर आगे ढखेरवा पुलिस चौकी पर बस रोकी और घटना की शिकायत की। वीडियो के आधार पर पुलिस ने उन लड़कों को थाने बुलाया।  सलीम ने बताया कि पुलिस ने चौकी में उस लड़कों और मुझे बैठा लिया और कहा कि आपस में समझौता कर लो। जान सलीम ने समझौते से इंकार कर दिया तो शिकायत बदलवा दी और और लड़कों पर शांति भंग की कार्रवाई करके छोड़ दिया।

इस मामले में चौकी इंचार्ज संदीप यादव ने वायरल वीडियो से एकदम उलट बात बताया है। उनके अनुसार तो वायरल वीडियो ही झूठ फिर बोल रहा है। संदीप यादव ने बताया कि बस चालक और कंडक्टर एक लड़की से अश्लीलता कर रहे थे। बस में सवार लड़कों ने विरोध किया तो ये लोग धौंस दिखाने लगे। जब बस लड़कों के इलाके में पहुंची, तो लड़कों ने इनको पीट दिया। एक चौकी इंचार्ज का ऐसा बयान और वायरल वीडियो दोनों देख कर आप खुद सोचे कि आखिर कितना रसूख उन दबंग लडको का होगा।

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