जकार्ता में भारतीय दूतावास में तैनात नौसेना के कैप्टन शिव कुमार के ‘आपरेशन सिंदूर’ को लेकर दिए कथित विवादित बयान से भारत ने सियासी हंगामा, कांग्रेस ने रखा यह बड़ी मांग

तारिक खान
डेस्क: जकार्ता में भारतीय दूतावास में तैनात नौसेना के अफ़सर कैप्टन शिव कुमार का एक कथित वीडियो रविवार से चर्चा का केंद्र में है। बीती 10 जून को वह जकार्ता के एक विश्वविद्यालय के सेमिनार में शामिल हुए थे जिसका विषय ‘भारत-पाकिस्तान हवाई जंग का विश्लेषण और वायु शक्ति के मामले में इंडोनेशिया की पूर्वानुमान रणनीतियां’ था। इस सेमिनार में अपनी प्रेज़ेंटेशन के दौरान भारत के डिफ़ेंस अताशे ने कथित तौर पर कहा था कि ‘राजनीतिक नेतृत्व’ के आदेश के कारण कुछ ‘बाधाओं’ के मद्देनज़र, भारतीय वायु सेना प्रारंभिक चरण के अभियान में पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला नहीं कर सकी।

इसके पहले तक़रीबन एक महीने पूर्व चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ (सीडीएस) अनिल चौहान ने सिंगापुर में कहा था कि हाल ही में पाकिस्तान के साथ सैन्य झड़पों में विमान को गंवा देने के बाद भारत ने सुधरी हुई रणनीति के साथ पाकिस्तानी क्षेत्र में अंदर जाकर वार किया था। हालांकि सीडीएस चौहान ने कितने और किस तरह के विमानों का नुक़सान हुआ, ये नहीं बताया था। इस बीच कांग्रेस अब केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई है और स्थिति साफ़ करने के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग किया है।
रविवार को विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने डिफ़ें अताशे के विमान गंवाने के बयान पर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि वह देश को ‘गुमराह’ कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में तीन सवाल पूछे।
- कांग्रेस ने पहला सवाल पूछा है कि ‘प्रधानमंत्री विपक्ष को सच्चाई से अवगत कराने के लिए अपने नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक बुलाने से क्यों इनकार कर रहे हैं?’
- कांग्रेस ने दूसरा सवाल पूछा है कि ‘इस मुद्दे पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग क्यों ख़ारिज कर दी गई?’
- वहीं कांग्रेस का तीसरा और आख़िरी सवाल है कि ‘प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री जयशंकर राष्ट्र से क्या छिपा रहे हैं?’










