भारतेंदु हरिश्चन्द्र पुरस्कार प्राप्त बाल कहानीकार साबिर हुसैन की 72वी जयंती पर 10 जुलाई को आयोजित होगा कार्यक्रम ‘गुदड़ी के लाल’

फारुख हुसैन

पलिया कलां (खीरी): पलिया तहसील निवासी भारतेंदु हरिश्चंद्र पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कार प्राप्त गुदड़ी के लाल प्रसिद्ध बाल कहानीकार व कथाकार स्व0 साबिर हुसैन का 72वां जयंती कार्यक्रम 10 जुलाई सन् 2025 दिन बृहस्पतिवार को 11:00 बजे सुबह पलिया के संपूर्णानगर रोड स्थित पलिया मांटसरी स्कूल में पलियाड समिति के आयोजक समिति के अध्यक्ष अनूप गुप्ता संयोजक दर्शन सिंह हिंदुस्तानी सचिव राजेश गुप्ता व अन्य टीम के सदस्यों द्वारा आयोजन किया जाएगा ।जिसकी जानकारी स्वर्गीय साबिर हुसैन के सुपुत्र फारूख हुसैन ने दी है।

गौरतलब है कि स्व साबिर हुसैन का साहित्य से बहुत ही नजदीकी रिश्ता रहा है। उन्होंने बाल कहानीकार के रूप में जहां अपना वर्चस्व कायम किया था, तो प्रौढ़ कथाओं में भी उनका कोई सानी नहीं रहा। उन्हें उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के साथ भारतेंदु पुरस्कार, चिल्ड्रन बुक फेस्टिवल के जैसे बड़े पुरस्कार से भी नवाजा़ गया। उन्होंने सैकड़ों की संख्या में बाल कहानियों के साथ-साथ प्रौढ़ कथाएं, लघुकथा, छड़िकाएं, व्यंग्य, नाटक, गीत, छंद आदि लिखे। ये वह सभी चर्चित पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए।

साबिर हुसैन ने हिममानवों के देश में, पापा की खोज, पीली पृथ्वी, आजादी के दीवाने, जीतेंगे हम, जैसे चर्चित बाल उपन्यास लिखें। जिन्हें बच्चों के साथ-साथ बड़ों ने भी खूब पसंद किया। इसके अलावा धारावाहिक प्रकाशन में नूपुर नक्षत्र, भंवर संग्रह भी चर्चाओं में रहा, साथ ही आकाशवाणी से भी उनके कई बाल नाटक भी प्रसारित किए गए। उनकी रचनाएं कई भाषाओं में भी अनुवादित की गई हैं।

साबिर हुसैन को बाल साहित्य में योगदान हेतु शकुंतला सिरोठिया बाल साहित्य पुरस्कार, नागरिक बाल साहित्य संस्थान द्वारा सम्मान, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के साथ भारतेंदु पुरस्कार, चिल्ड्रन बुक फेस्टिवल के पुरस्कार के साथ भारतीय बाल कल्याण कानपुर के साथ-साथ का अन्य सम्मानों से पुरस्कृत किया गया था। स्वर्गीय साबिर हुसैन लंबी बीमारी के चलते ही 65 वर्ष की उम्र 3 जुलाई सन 2013 में लखनऊ के एक अस्पताल में सुबह पांच बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। परिजन उनकी पार्थिव देह पैतृक गांव ले गए, जहां उन्हें सुपुर्दे खाक किया गया।

हमारी निष्पक्ष पत्रकारिता को कॉर्पोरेट के दबाव से मुक्त रखने के लिए आप आर्थिक सहयोग यदि करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें


Welcome to the emerging digital Banaras First : Omni Chanel-E Commerce Sale पापा हैं तो होइए जायेगा..

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *