गुजरात में उत्तर प्रदेश और बिहार वासियों पर हमले जारी, दहशत में हो रहा पलायन

यश कुमार

सूरत. गत 28 सितम्बर को एक बच्ची के साथ कथित रूप से बलात्कार करने के लिए बिहार के एक निवासी को गिरफ्तार किये जाने के बाद गैर-गुजरातियों को निशाना बनाया गया और सोशल मीडिया पर घृणा संदेश फैलाये गये. इसके बाद बिहार सहित मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के रहने वालो पर गुजरात में लोगो ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. इस दौरान गुजरात से हिंदी भाषियों का पलायन भी शुरू हो गया है.

पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने इन हमलों का निंदा की है और कहा है कि एक व्यक्ति के अपराध के कारण पूरे प्रदेश के दोषी नहीं ठहरा सकते. इस बीच इस मुद्दे पर राजनीति भी गर्माती जा रही है. कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को घेरा है. उन्होंने बयान दिया कि प्रधानमंत्री के गृह राज्य में अगर यूपी, बिहार, MP के लोगों को मारकर भगाया जा रहा है, तो एक दिन पीएम को भी वाराणसी जाना है इसे याद रखना. वाराणसी के लोगों ने उन्हें गले लगाया है और प्रधानमंत्री बनाया है.

ज्ञातव्य हो कि गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 माह की बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद गैर-गुजरातियों पर कथित तौर पर हमला करने के मामलों में गुजरात के विभिन्न भागों से पुलिस ने अब तक 342 लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना के बाद गुजरात में रहने वाले यूपी-बिहार के लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन मामलों को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी से बात की. सोमवार को उन्होंने कहा कि मैंने कल शाम ही उनसे बात की थी, जो भी इस मामले में दोषी हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए. लेकिन किसी अन्य को परेशान नहीं किया जाना चाहिए. इस घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में गैर-गुजरातियों, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर ने आज गुजरात बंद भी बुलाया है. इन हमलों की पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी निंदा की है.

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