Special

ब्रदर्स डे पर बोल शाहीन के लब आज़ाद है तेरे: बहनों के लिए भाई का कोई एक दिन तो नही होता, फिर भी आओ बोले ‘भाई हैप्पी ब्रदर्स डे’

शाहीन बनारसी

रिश्ता…! दुनिया का हर इंसान किसी एक नहीं बल्कि अनेको रिश्तो से जुड़ा होता है। जरुरी नहीं ये रिश्ता खून का ही हो। खून से बढ़कर भी एक रिश्ता होता है और वो होता है दिल का। दुनिया का हर व्यक्ति किसी न किसी रिश्ते में बंधा होता है। माँ-बेटे से तो बेटा-माँ से, पिता-बेटे से और बेटा-पिता से हर कोई रिश्ते जैसे खुबसूरत डोर से हर रिश्ते में बंधा होता है। वैसे ही संसार का एक खुबसूरत रिश्ता और है। वो है भाई से बहन का और भाई से भाई का। ये रिश्ता दुनिया के हर रिश्ते से खुबसूरत होता है। इस रिश्ते में कोई मतलब नहीं होता है। यूँ तो आज सभी लोग नेशनल ब्रदर्स डे मना रहा है मगर मेरा मानना है कि भाई को उनकी अहमियत बताने के लिए, उनकी इज्ज़त के लिए, उनका हमारी ज़िन्दगी में क्या महत्व है ये बताने के लिए कोई भी बहन या भाई किसी ऐसे दिन के तो मोहताज नहीं है।

आज सभी लोग नेशनल ब्रदर्स डे मानने में व्यस्त है। कोई अपने भाइयो के साथ पिकनिक पर जा रहा है। तो कोई अपने भाइयो के लिए खूबसरत से खुबसूरत तोहफे के लिए दुकानों के चक्कर लगा रहा है। कोई तो अभी तक इसी सोच में पड़ा हुआ है कि ऐसा क्या दू भाई को तोहफे में जो सबसे अलग और यादगार हो। मै भी सुबह से सोच में पड़ी थी कि क्या दू भाइयो को। तो फिर मेरे ख्याल में भी एक ख्याल आया कि क्यों न दुनिया के इस खुबसूरत रिश्ते और उसकी अहमियत को बयान करू और आप सबको बताऊ कि क्या है इतिहास नेशनल ब्रदर्स डे का? तो आइये जानते है, इस खुबसूरत से दिन यानी नेशनल ब्रदर्स डे का इतिहास और जानते है कि क्यों मनाया जाता है हर साल के 24 मई को नेशनल ब्रदर्स डे?

ब्रदर्स डे की शुरूआत 2005 से हुई थी। तब से ये दिन भाईयों के लिए विशेष रुप से महत्व रखता है। अमेरिका के अलबामा में स्थित सिरेमिक कलाकार, मूर्तिकार और लेखक सी0 डैनियल रोड्स ने सबसे पहले छुट्टी और इसकी कार्यवाही का आयोजन किया तथा ब्रदर्स डे मनाने की शुरुआत की थी। नेशनल ब्रदर्स डे ज़्यादातर संयुक्त राज्य अमेरिका में मनाया जाता है, लेकिन अब दुनिया भर के कई अन्य देशों में इसे मनाया जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया, रूस, भारत जैसे एशियाई देश और फ्रांस और जर्मनी जैसे यूरोपीय देश सभी 24 मई को ब्रदर्स डे मनाते हैं।

कहते है कि बड़े भाई का साथ एक पिता के साथ की तरह होता है। बड़े भाई का साया पिता के साए को महूसस कराता है। भाई साथ हो तो हर मुश्किल काम ऐसे आसान होता है जैसे वो काम कभी मुश्किल का था ही नहीं। भाई-बहन एक दुसरे के लिए एक ऐसी औषधि होती है जो दर्द मिलने के बाद चोटों पर नहीं लगाई जाती है, बल्कि साथ हो तो कोई दर्द आपको छू ही नहीं सकता। दुनिया की कोई बात कोई भी तकलीफ हो हम किसी को बताये या न बताये मगर भाई-बहन और भाई-भाई एक दुसरे को ज़रूर बताते है। ख़ुशी में साथ भले ही न हो मगर गम में बिन कहे साथ चले आते है। बेशक इस रिश्ते में बेशुमार लड़ाईयां होती है मगर प्यार भी बेशुमार होता है। भाई ही होता है जो हमारे हर सुख-दुःख में काम आता है। आइये भाई से भाई और भाई से बहन के रिश्ते के एक खुबसूरत पहलु को दिल की आँखों से पढ़कर समझते है।

भाई से भाई का रिश्ता बड़ा अनमोल होता है। यु तो एक दुसरे के भाई होते है। मगर बचपन साथ में ऐसे गुज़रता है जैसे भाई नहीं दोस्त हो। एक दुसरे के कंधे पर हाथ रखकर मुहल्ले के चक्कर लगाना। कोई भी चीज़ हो मिल बाँट कर खाना। कपडे शेयर करना। एक दुसरे की तकलीफ को ऐसे समझना जैसे उसका मेरा कुछ अलग है ही नहीं। खेल खेल में कोई भी उन दोनों भाइयो में से किसी भी एक को अगर हाथ लगा देता है तो बस फिर समझ लो हो गया गुरु सियापा,” अबे तूने हाथ कैसे लगाया मेरे भाई को, बोल,” एक दुसरे के लिए मर मीटने को हर दम तैयार रहते है। देखने को तो दो जिस्म होते है मगर जां एक ही होती है।

लेखिका शाहीन बनारसी एक युवा पत्रकार है

भाई और बहन का रिश्ता एक ऐसे खुबसूरत डोर से बंधा होता है जिसका शायद लफ्जों में बयान कर पाना मुश्किल हो मेरे लिए। मै भी एक बहन हु। मेरे भी एक नहीं अनेक भाई है। दुनिया की हर वो बहन बहुत ताकतवर होती है जिसका कोई भाई होता है। भाई अपनी बहनों के लिए हिम्मत होता है और बहन भाई के लिए हमदर्द होती है। भाई बहन के साथ हो तो दुःख तो ऐसे कट जाते है जैसे एक रोटी मिली हो और दोनों एक दुसरे से छीन कर खा गये हो। भाई हर बहनो के लिए आत्मबल होता है। भाई गर बहन के साथ हो तो हर बहन अपने आप को सुरक्षित महसूस करती है। एक भाई जैसा अपनी बहन को प्रोटेक्ट करता है वैसा कोई नहीं कर सकता। भाई हर बहनों के लिए अभिमान होता है। वो हर पल अपने भाइयो के लम्बी उम्र की दुवाए करती है। खुदा मेरे भाइयो के साथ-साथ दुनिया के हर बहनों के भाइयो की उम्र लम्बी करे।

Banarasi

Recent Posts

ड्रामा-ए-इश्क, सेक्स और फिर ब्लैकमेलिंग बनी रेशमा के खौफनाक क़त्ल की वजह, जाने कैसे आया राशिद पुलिस की पकड़ में

तारिक आज़मी डेस्क: बेशक इश्क खुबसूरत होता है। मगर इश्क अगर ड्रामा-ए-इश्क बने तो खतरनाक…

8 hours ago

गर्लफ्रेंड ने शादी से किया इंकार तो BF ने रस्सी से जकड़कर किया रेप… दोनों गालों पर लोहे की गर्म रॉड से लिखा अपना नाम AMAN

फारुख हुसैन लखीमपुर-खीरी: खीरी जनपद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है,…

9 hours ago