ईरान का दावा: इसराइल पर दागा हाइपरसोनिक ‘फतह’ मिसाइल जाने क्या है ‘फतह’ मिसाइल की खासियत

मो0 कुमेल
डेस्क: ईरान ने बुधवार को दावा किया कि उसने इसराइल पर अपने सबसे घातक हथियार हाइपरसोनिक फ़तह मिसाइल से हमला किया है। ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने ये दावा किया है कि मिसाइल इसराइल की राजधानी तेल अवीव की ओर दागी गई है। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी मेहर और सरकारी चैनल प्रेस टीवी ने भी आईआरजीसी के हवाले से फ़तह-1 मिसाइलें दागने की बात कही।
प्रेस टीवी के अनुसार, ‘आईआरजीसी ने इस अभियान के ताज़ा चरण को टर्निंग पॉइंट बताया। उसका कहना है कि पहली पीढ़ी की फ़तह मिसाइलों की तैनाती इसराइल की काल्पनिक मिसाइल डिफ़ेंस प्रणाली के अंत की शुरुआत है।’ शुक्रवार से शुरू हुए संघर्ष में एक तरफ़ इसराइल ने ईरान के परमाणु केंद्रों और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है तो दूसरी तरफ़ ईरान ने तेलअवीव और हाइफ़ा पोर्ट पर मिसाइलें दागी हैं।
फ़तह मिसाइल को पहली बार 2023 में सार्वजनिक किया गया था और इसका नाम ईरान के सर्वोच्च नेता अली ख़ामेनेई ने रखा था। आईआरजीसी ने इस मिसाइल को ‘इसराइल-स्ट्राइकर’ कहा है। और जब इसका अनावरण किया गया तो एक बड़ा बैनर लगा था जिस पर हिब्रू में लिखा था, ‘400 सेकंड्स टू तेल अवीव।’ आईआरजीसी ने इसके हाइपरसोनिक मिसाइल होने का दावा किया है लेकिन सैन्य विशेषज्ञों को इसकी वास्तविक हाइपरसोनिक क्षमता पर संदेह है।
हाइपरसोनिक का मतलब वह हथियार हैं जिनकी रफ़्तार आमतौर पर आवाज़ की रफ़्तार से 5 से 25 गुना तक ज़्यादा होती है। ईरान पहली बार फ़तह मिसाइल को बैलिस्टिक और क्रूज़ दोनों वर्गों में हाइपरसोनिक मिसाइल के तौर पर सामने लाया था। ‘अल-फ़तह’ हाइपरसोनिक मिसाइल की रेंज 1400 किलोमीटर है और आईआरजीसी का दावा है कि वह मिसाइल को नष्ट करने वाली सभी रक्षा प्रणालियों को चकमा देकर उन्हें तबाह करने की क्षमता रखती है।
‘अल-फ़तह’ ठोस ईंधन की मिसाइल की एक पीढ़ी है जिसकी रफ्तार लक्ष्य को निशाना बनाने से पहले 13 से 15 ‘मैक’ तक है। मैक 15 का मतलब पांच किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ़्तार है। रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स एयरोस्पेस आर्गनाइज़ेशन के कमांडर अमीर अली हाजीज़ादा ने अल-फ़तह मिसाइल के अनावरण समारोह में कहा था कि यह मिसाइल तेज़ रफ़्तार है और वातावरण के अंदर और बाहर जा सकती है। साथ ही, हाजीज़ादा ने यह दावा भी किया था कि फ़तह को किसी मिसाइल से नष्ट नहीं किया जा सकता।
अल-फ़तह बैलिस्टिक मिसाइल के अनावरण के बाद तेहरान के ‘फ़लस्तीन स्क्वायर’ में इसराइल को धमकी देने के लिए एक इश्तेहार लगाया गया जिस पर ‘400 सेकंड में तेल अवीव’ लिखा था। इसराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने ईरान के दावों और हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने की धमकी के जवाब में कहा था, ‘मैंने सुना है कि हमारे दुश्मन अपने बनाए हुए हथियारों पर शेख़ी बघार रहे हैं। हमारे पास किसी भी टेक्नोलॉजी का बेहतर जवाब है, चाहे वह ज़मीन पर हो, हवा में या समंदर में।’
‘अल-फ़तह 1′ के अनावरण के चार महीने बाद रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स ने अल-फ़तह 2’ का अनावरण किया जो 1500 किलोमीटर तक मार करने वाली क्रूज़ मिसाइल की एक पीढ़ी है। ईरानी मीडिया के अनुसार ‘अल-फ़तह 2’ बहुत कम ऊंचाई पर उड़ान भरने की क्षमता रखती है और उड़ान के दौरान कई बार अपना रास्ता भी बदल सकती है। ‘अल-फ़तह 2’ क्रूज़ मिसाइल का अनावरण उस समय किया गया जब ईरान के सर्वोच्च नेता अली ख़ामेनेई ने आईआरजीसी से जुड़े एयरोस्पेस साइंसेज़ ऐंड टेक्नोलॉजी की आशूरा यूनिवर्सिटी का दौरा किया लेकिन इस मिसाइल की रेंज के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। हालांकि ईरान फ़तह मिसाइल को इसराइल के ख़िलाफ़ ख़तरे से निपटने के लिए सामने लेकर आया था लेकिन उसने 13 अप्रैल और फिर एक अक्तूबर के हमले में इन मिसाइलों का इस्तेमाल नहीं किया।