हरियाणा: IPS पूरन कुमार और ASI संदीप की मौत पर नए DGP ओपी सिंह का बड़ा बयान – ‘जो कुछ भी हो रहा था, सोशल मीडिया पर हो रहा था’

आफताब फारुकी
चंडीगढ़/करनाल: हरियाणा पुलिस में हाल ही में हुए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार और एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या के सनसनीखेज मामलों ने पूरे महकमे को झकझोर कर रख दिया है। इन घटनाओं के बाद, हरियाणा के कार्यवाहक डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार संभालने वाले ओपी सिंह ने इन दुखद घटनाओं पर अपनी चिंता व्यक्त की है और एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है।

विभाग के कल्याण पर ज़ोर:
कार्यवाहक डीजीपी ओपी सिंह ने पुलिसकर्मियों के तनाव और आत्महत्या जैसी नौबत न आने देने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की नौकरी में तनाव होना स्वाभाविक है, लेकिन किसी भी कर्मचारी को इतना विवश महसूस नहीं करना चाहिए कि वह अपनी जान ले ले।
उन्होंने हरियाणा पुलिस के 70,000 कर्मचारियों और उनके परिवारों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही है। डीजीपी ने पुलिसकर्मियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने और उनके परिवार के सहयोग के लिए ‘ऑफिसर्स वाइफ्स एसोसिएशन’ जैसी संस्थाओं को और मजबूत करने की योजना पर भी विचार करने की बात कही है।
मामले की गंभीरता:
गौरतलब है कि आईपीएस वाई. पूरन कुमार ने जहां एक ‘फाइनल नोट’ लिखकर कुछ अधिकारियों पर प्रताड़ना के आरोप लगाए थे, वहीं कुछ दिनों बाद एएसआई संदीप लाठर ने भी आत्महत्या कर ली और अपने सुसाइड नोट व वीडियो में आईपीएस पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। इन दोनों मामलों ने हरियाणा पुलिस की साख पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिनकी जांच जारी है।
डीजीपी ओपी सिंह का यह बयान एक तरह से इन मामलों के सोशल मीडिया पर फैल रहे विमर्श पर भी एक प्रतिक्रिया है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि विभाग अपने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य और आंतरिक समस्याओं के समाधान के लिए क्या ठोस कदम उठाता है, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके।











