जाको राखे साइयां मार सके न कोय, बाल न बांका करि सके जो जग बैरी होय

संजय ठाकुर / मऊ
मऊ : जाको राखे साइयां मार सके न कोय, बाल न बांका करि सके जो जग बैरी होय यह कहावत बुधवार को चरितार्थ हुआ स्थानीय बाजार में। गांव से बाजार आई एक युवती एक स्वर्णकार की दुकान पर गहने पसंद करने में मशगूल थी। उसका चार वर्ष का बालक व्यस्त लखनऊ-बलिया मार्ग पर आ गया। उसी समय बलिया से मऊ की तरफ गैस सिलेंडर लदी ट्रक पहुंची।

अबोध बालक को बीच सड़क पर देख ट्रक चालक ने बालक को बचाने के लिए अपने जान की बाजी लगा दी और कड़ी मशक्कत के बाद येन-केन-प्रकारेण ट्रक को विकट परिस्थिति में रोक लिया। अबोध बालक का शरीर ट्रक के चक्के से सटा हुआ था। मात्र बालक के ललाट पर थोड़ी सी खरोंच आई। यह नजारा देख बड़ी संख्या में लोग वहां एकत्रित हो गए परंतु युवती गहनों में ही उलझी बालक से बेखबर थी। लोगों के शोर-शराबे के बाद युवती बालक के पास पहुंची और रोने लगी। लोग जहां युवती को नसीहत दे रहे थे, वहीं सभी लोगों ने ट्रक चालक के प्रयास की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।

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