तेजस्वी यादव पर जदयू का चार दिन का अल्टीमेटम, नीतीश साख भी बचायेंगे और सरकार भी

(जावेद अंसारी)

जनता दल युनाइटेड(जेडीयू) के विधायकों और सांसदों की बैठक खत्म हो गई है। ये बैठक पहले से प्रस्तावित थी, जिसमें महागठबंधन से लेकर अन्य मुद्दों पर पार्टी की रणनीति पर चर्चा की गई। इस बैठक से सबसे बड़ी खबर महागठबंधन को लेकर आ रही है, जिसमें नीतीश कुमार महागठबंधन के पक्ष में दिख रहे हैं। हालांकि, पार्टी बैठक में नेताओं ने नीतीश कुमार को फैसला लेने का पूरा अधिकार दिया है, जिसमें वो महागठबंधन समेत बड़े मामलों में फैसले ले सकते हैं। वहीं, जेडीयू नेता रमई राम ने कहा कि जेडीयू अगले 4 दिनों में तेजस्वी यादव पर फैसला लेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में नीतीश ने कहा कि भ्रष्टाचार पर पीछे नहीं हटने वाले हैं। उन्होंने कहा कि तेजस्वी पर फैसला खुद आरजेडी को लेना होगा।

बिहार के एक टीवी चैनल के मुताबिक जेडीयू की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि वो महागठबंधन के साथ ही चलना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को जो काम करना है, वो काम सरकार करती रहेगी। पर कानून के काम में रोड़ा नहीं अटकाएगी। उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा, और सरकार अपना काम। इस दौरान पार्टी के नेताओं ने फैसला लिया है कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को थोड़ा मौका और दिया जाए। हालांकि उन्होंने आखिरी फैसले फैसले के लिए नीतीश कुमार को अधिकृत किया हैं
इन सभी मामलों को लेकर शाम 4.30 बजे जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। उन्होंने बताया कि जेडीयू की बैठक में संगठन के विस्तार, और राजनीतिक परिस्थितियों पर पार्टी की नीतियों पर चर्चा हुई। इससे पहले, बैठक के तुरंत बाद रमई राम ने कहा कि जेडीयू अगले 4 दिनों में तेजस्वी यादव पर फैसला लेगी। इस दौरान जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि हम गठबंधन धर्म निभाना जानते हैं। जिनपर भी आरोप हैं, वो अपनी बातों को पब्लिक के सामने रखेंगे। उनका इशारा तेजस्वी यादव की तरफ था।
वही, दुसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल के बड़े नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने एक अहम बयान दिया है, जिसके बाद कयासों व अटकलाें का दौर तेज हो गया और बिहार की राजनीतिक गहमागहमी बढ़ गयी है। रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश कुमार की जीरो टॉलरेंस नीति कोई नयी बात नहीं है, पहले भी भ्रष्टाचार के आरोपी नेताओं ने इस्तीफा दिया है।
उन्होंने कहा कि राजनीति में पहले भी कई नेता मिसाल पेश कर चुके हैं। इस बयान के लगभग डेढ़-दो घंटे बाद तेजस्वी के मुद्दे पर स्पष्ट फैसला लेने के लिए जदयू ने आज राजद को चार दिन का समय दिया है और स्पष्ट किया है कि भ्रष्टाचार को बरदास्त करना हमारी नीति का हिस्सा नहीं है और चार दिन में राजद इस पर अपना स्टैंड स्पष्ट करे। जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने आक्रामक लहजे में कहा है – मिट्टी में मिल जायेंगे, लेकिन पीछे नहीं हटेंगे, हमने जीतन राम मांझी का इस्तीफा पांच घंटे में लिया था। कुल मिलाकर नीतीश कुमार पर मौजूदा समय में लालू यादव के परिवार के भ्रष्टाचार से घिरे रहने के लेकर बड़ा दबाव बना हुआ है, जिसमें तेजस्वी यादव से इस्तीफा लेने की बात भी शामिल है।

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