रोशन रहेगा संगम तट, श्रद्धालुओं को मिलेगी सुविधा

कानिष्क गुप्ता

इलाहाबाद : संगम नोज बाढ़ के पहले तक जगमग रहेगा। साथ ही सड़क, शौचालय और साफ-सफाई की भी व्यवस्था रहेगी। इसके लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से प्रस्ताव पारित कर दिया गया है। दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे अभियान ‘संगम कब होगा स्मार्ट’ को संज्ञान में लेकर प्राधिकरण ने कार्ययोजना तैयार की है।

सुरसरि, सलिला और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए पूरे बारह महीने श्रद्धालु आते हैं। माघ मास में तो यहां जनसमुद्र उमड़ता है, परंतु उन्हें उचित सुविधा नहीं मिली। न स्नान के लिए घाट का प्रबंध होता है, न सफाई एवं प्रकाश की कोई व्यवस्था रहती है। श्रद्धालुओं की इस दिक्कत को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से उठाया तो समाज के हर वर्ग के लोगों ने उसका समर्थन किया। इसके बाद प्रशासन चेता और प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने जमीनी स्तर पर काम शुरू कर दिया। सबसे खास त्रिवेणी तट की भव्यता हमेशा बनी रहे इसके लिए संगम के सरकुलेटिंग एरिया में बिजली की व्यवस्था बरकरार रखी जाएगी। अधिशासी अभियंता अनूप कुमार सिन्हा ने बताया कि संगम पर एक अस्थायी विद्युत उपकेंद्र रहेगा, जिससे लगभग एक हजार एलईडी जलेगी। इसके लिए बजट की व्यवस्था की जा रही है। सुरक्षा के मद्देनजर संगम नोज पर पुलिस पोस्ट बनाने की तैयारी है जिसमें एक दारोगा और चार सिपाही की तैनाती की जाएगी। महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए 30 चेंजिंग रूम बनाए जाएंगे।

माघमेले के बाद भी संगम की भव्यता बनी रहे इसके लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। श्रद्धालुओं के लिए संगम पर हमेशा बिजली, पानी, सड़क, सुरक्षा और शौचालय आदि सुविधाएं देने की तैयारी की जा रही है। महाशिवरात्रि के बाद भी संगम के सरकुलेटिंग एरिया को व्यवस्थित रखा जाएगा – विजय किरन आनंद, कुंभ मेलाधिकारी

बेहतर प्रबंध से होगी कुंभ की ब्रांडिंग
जासं, इलाहाबाद : सरकार कुंभ की ब्रांडिंग करे या न करें। अगर संगम क्षेत्र सुंदर व सुविधाजनक होगा तो पर्यटक स्वत: आएंगे यहां, क्योंकि प्रयाग दुनियाभर में विख्यात है। रही बात कुंभ की तो उसे बताने की किसी को जरूरत नहीं है, हर व्यक्ति उससे वाफिक है। यह मत है तीर्थपुरोहित गंगा महासभा के महामंत्री धीरज शर्मा का। संगम क्षेत्र में फैली अव्यवस्था से आहत धीरज दैनिक जागरण की मुहिम की सराहना करते हुए कहते हैं कि त्रिवेणी का क्षेत्र विकसित होना चाहिए।
गंगा की बने एक धारा : गिरिधर
न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय गंगा की एक निश्चत धारा बनाने का सुझाव दे रहे हैं। कहते हैं हरिद्वार में हरकी पौड़ी एवं वाराणसी की तर्ज पर प्रयाग में गंगा की निश्चित धारा तय करके घाट पक्के बनाए जाएं। पक्का घाट बनने से संगम क्षेत्र की सुंदरता बढ़ेगी। प्रशासन सेना के साथ मिलकर यात्रियों की सुविधा के लिए शेड बनाए, जिससे गर्मी में लोगों को छांव मिल सके।
मुख्यमंत्री को दूंगा सुझाव : सुरेश
शिक्षक विधायक सुरेश त्रिपाठी ने संगम की दयनीय दशा को लेकर दैनिक जागरण द्वारा चलाए जा रहे अभियान की सराहना की। कहा कि संगम क्षेत्र के विकास व श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर जागरण की पहल सराहनीय है, वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर संगम क्षेत्र को मेला के बाद भी विकसित करने का सुझाव देंगे। सरकार न चेती तो सदन में मामले को उठाएंगे।
उपेक्षित न छोड़ा जाए : रवींद्र
शिक्षक रवींद्र मिश्र का कहना है कि माघ माह के बाद संगम क्षेत्र को लावारिश छोड़ना चिंताजनक है। घाट व्यवस्थित रखने व रेत में चकर्डप्लेट बिछाने की सलाह देते हैं। क्षेत्र में बेहतर लाइटिंग एवं सुंदरता बढ़ाने के लिए दुकानों को व्यवस्थित किया जाए तो सुंदरता बढ़ जाएगी। मेला समाप्त होने के बाद काफी गंदगी पड़ी रहती है, उसे खत्म करने को एंटीलार्वा का छिड़काव होना जरूरी है।
सफाई का हो प्रबंध : शांतनु
समाजसेवी शांतनु कहते हैं कि संगम क्षेत्र की सुंदरता के लिए सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति होनी चाहिए, जो निरंतर वहां सफाई करते रहें। क्षेत्र से निकलने वाले कूड़ा को दूर ले जाकर फेकवाने का प्रबंध होना चाहिए। स्वयंसेवी संगठनों को जोड़कर हर सप्ताह प्रशासन स्वच्छता अभियान चलाए। साथ ही प्रतिदिन शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए, जिससे हर वर्ग के लोग वहां पहुंचेंगे।

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