क्षेत्राधिकारी दफ्तर से चंद कदमो की दुरी पर भीड़ तंत्र का ले दना दन दे दना दन

नूर आलम वारसी

बहराइच भीड़ तंत्र कितना रौद्र रूप ले सकता है इतिहास में पहली बार अब अहसास होने लगा है. इस भीड़ तंत्र के सामने शासन प्रशासन खुद को बेबस महसूस कर रहा है. भीड़ आज इंसानियत पर हावी हो चुकी है. इसका जीता जागता रौद्र रूप आज बहराइच के क्षेत्राधिकारी के दफ्तर के पास देखने को मिला जहा पुलिस चौकी और क्षेत्राधिकारी दफ्तर के चंद कदम के फासलों पर ही भीड़ तंत्र ने ले दना दन दे दना दन एक युवक को कूट दिया और वजह थी की युवक पर दुकान से चोरी करने का शक मात्र था. सिर्फ इसी शक के बिना पर भीड़ तंत्र बेकाबू था. वह तो भला हो पुलिस वालो का कि देर ही सही मगर दुरुस्त आते हुवे उन्होंने उस युवक को बचा लिया.

मामला एक होटल से पैसों को लेकर उतपन्न हुए विवाद से शुरू हुआ और तूल पकड़ता गया। अचानक इकट्ठा हूई भीड़ ने सरे-राह ही युवक की पिटाई शुरू कर दी। मामला तूल पकड़ने लगा तो त्यौहारों के मद्दे नज़र चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद और अपनी पैनी नज़र बनाये रखने वाली पुलिस को घटना की सूचना दी गयी। लेकिन हिंदी सिनेमा की तरह ही हमारी मित्र पुलिस लेट लतीफी के साथ ही घटनास्थल पर पहुंची और युवक को अपने साथ ले गयी जिससे युवक की जान बच सकी।

अपराध और अपराधियों पर लगाम कसने के लिये इलाकाई कोतवालियों, थानों और चौकियों की पुलिस के साथ-साथ डायल 100 की गाड़ियों की पुलिस जिले में घटनाओं और अपराधियों पर लगाम लगाने का दम्भ भर रही है। नवरात्र पर्व चल रहा है ऐसे में जिले की पुलिस विशेष पैनी नज़र बनायेरखने के दावे कर रही है लेकिन आइये आज हम आपको दिखाते हैं हमारी मित्र पुलिस के खोखले दावों की असल हकीकत। शहर के ऐतिहासिक घण्टाघर पार्क के बाहर ही शहर की पुलिस चौकी बनी हूई है और उससे थोड़ी ही दूर क्षेत्राधिकारी नगर का कार्यालय भी स्थापित है। इस पुलिस चौकी महेज़ 150 मीटर और सीओ ऑफिस से महेज़ 100 मीटर की दूरी पर पुराना ओंकार टाकीज के पास बीती शाम एक होटल से करीब 1490 रुपये लेकर भागने का एक युवक पर आरोप लगा।

भीड़ ने युवक को पकड़ उसकी धुनाई शुरू कर दी वहीं युवक की तलाशी ली गयी तो उसके पास पैसे नहीं निकले इसके बाद एकत्रित हूई भीड़ ने रौद्र रूप धारण कर लिया और बीच सड़क पर ही युवक की बेरहमी से पिटाई शुरू हो गयी। पुलिस चौकी और सीओ आफिस से महेज़ चंद कदमों की दूरी पर यह सब कुछ तकरीबन आधे घण्टे तक चलता रहा लेकिन घटना स्थल पर तत्काल पहुंचने का दावा करने वाली सभराज पुलिस को इसकी शायद भनक तक नहीं लगी। वहीं भीड़ का उग्र रूप देख जब पुलिस को इसकी सूचना दी गयी तो बॉलीवुड फिल्मों की पुलिस को 150 मीटर का फासला तय करने में हमारी चुस्त दुरुस्त और अपराधियों की धर पकड़ के लिये तत्पर सभराज पुलिस को 15 मिनट लग गये। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस युवक को लेकर अपने साथ चली गयी जिससे युवक की जान बच सकी। सवाल यह उठता है जब जिला मुख्यालय पर पुलिस चौकी और सीओ कार्यालय के बाहर एक युवक की आधा घण्टे तक हो रही पिटाई को रोक पाने में हमारी मुस्तैद पुलिस नाकाम रही तो जिले के दूर-दराज इलाकों का हाल क्या होगा इसका अंदाज़ा आप खुद ही लगा सकते हैं। जब मुख्य चौराहों पर ऐसी घटनाएं घट रही हैं तो फिर पुलिसिया गश्तों के दावों की असल हकीकत क्या है इसका अंदाज़ा आप स्वयं लगा सकते हैं।

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