हिंदी पत्रकारिता दिवस पर हुआ पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन, सम्मानित हुवे पत्रकार, हुआ पत्रकारो के संगठन का निर्माण

आसिफ रिज़वी

मऊ। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर पीएनएन 24 न्यूज़ और पईन्द निजाज़ न्यूज़ साप्ताहिक समाचार पत्र के तत्वावधान में हिंदी भवन में एक गोष्ठी और सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता तारिक आज़मी ने किया। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथियों में कानपुर से आये वरिष्ठ पत्रकार अजय। वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकार आलोक श्रीवास्तव। सपना यादव और क्रांति फाउंडेशन के इंजीनियर राहुल सिंह थे।

कार्यक्रम में अपने वक्तव्य देते हुवे वाराणसी से आये ई राहुल सिंह ने कहा कि पत्रकारिता में व्यवसाईकरण के कारण अब सच छुपाया जाता है। ये समाज के लिए काफी घातक है। उन्होंने कहा कि ऐसा नही है कि सभी पत्रकार इस व्यवसाई करण के कारण प्रभावित हुवे है। बल्कि काफी पत्रकार है जो आज भी सच का दामन थामे हुवे है। उन्होंने कहा कि ऐसे पत्रकारो का उत्त्साहवर्धन बेहद ज़रूरी है। अपने कार्यक्रम मेरा प्रतिनिधि नोटा के सम्बन्ध में बताते हुवे उन्होंने कहा कि नोटा के सम्बन्ध में जागरूकता ज़रूरी है।

कार्यक्रम में अपने वक्तव्य व्यक्त करते हुवे वरिष्ठ पत्रकार आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि आपातकाल के दौरान जिस प्रकार से कलम पर लगाम लगाया गया था आज वैसा ही माहोल लगभग तैयार है। हमको इस माहोल में सच का सामना करना है और सच दिखाना होगा। यह हमारी समाज के लिए एक ज़िम्मेदारी है और इसका निर्वाहन हमको करना ही है। कार्यक्रम में बलिया से आये वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश बर्नवाल ने ग्रामीण पत्रकारिता के कठिनाइयो का वर्णन करते हुवे ग्रामीण पत्रकारों की पीड़ा का अहसास करवाया। वही पत्रकारों के हो रहे उत्पीडन पर भी उन्होंने रोष व्यक्त किया।

कानपुर से आये वरिष्ठ पत्रकार अजय ने अपने संबोधन में बताया कि मऊ जनपद जो पहले आजमगढ़ का हिस्सा हुआ करती थी अपने बेबाकी के लिए जग प्रसिद्ध है। इस जिले ने कई कलम के क्रांतिकारी प्रदान किये है। आज एक बार फिर मऊ जनपद की पत्रकारिता अपनी भूमिका बखूबी निभा रही है। इस अवसर पर उन्होंने वहा उपस्थित पत्रकारों को पत्रकारिता के सिद्धांतो के सम्बन्ध में भी काफी रोचक जानकारी प्रदान किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे तारिक आज़मी ने अपने संबोधन में कहा कि आज पत्रकारिता कही न कही से बदनाम हो रही है। ये केवल इस कारण है कि पत्रकारिता में गैर पत्रकार खुद का भेष भूषा बदल कर आ गये है। उनको न खबर की गहराई से मतलब होता है और न खबर से। वह केवल अपने मतलब से पत्रकारिता कर रहे है। ऐसे लोगो के कारण पूरा पत्रकार समाज बदनाम होता जा रहा है। वैसे तो इसकी रोकथाम का कोई पुख्ता रास्ता नही है मगर एक प्रयोग के तौर पर ऐसे लोगो का बहिष्कार करके देखा जा सकता है। इस अवसर पर सवाल के रूप में आई एक जिज्ञासा को शांत करते हुवे वेब मीडिया और सोशल मीडिया के शक्ति का वर्णन करते हुवे इसकी बारीकियो को समझाया है।

हुआ रोज़ा अफ्तार का आयोजन

रमजान के आखरी जुमा अलविदा भी आज ही था। इस अवसर पर काफी मुस्लिम पत्रकार रोज़ा भी थे। जिसको देखते हुवे कार्यक्रम के बाद रोज़ा इफ्तार का आयोजन हुआ। गंगा जमुनी तहजीब के साथ पत्रकारों ने साथ साथ रोज़ा इफ्तार किया।

हुआ पत्रकार संगठन का निर्माण

इस अवसर पर पत्रकारों की एक संस्था का भी निर्माण हुआ। संस्था का नाम प्रेस रिपोर्टर्स ट्रस्ट आफ इंडिया है। संगठन द्वारा घोषणा किया गया है कि हम पत्रकारों के हितो के रक्षार्त्थ हेतु सदैव प्रयत्नशील रहेगे। इस दौरान कार्यक्रम में आये सभी पत्रकारों को स्मृति चिन्ह देकर उनको सम्मानित किया गया।

होगा प्रेस क्लब का निर्माण

इस अवसर पर तारिक आज़मी ने मऊ जनपद के पत्रकारों को संबोधित करते हुवे कहा है कि मऊ जनपद में एक प्रेस क्लब भवन की आवश्यकता है। इस भवन हेतु मैं काफी समय से प्रयासरत हु। एक वर्ष के अन्दर इस भवन का निर्माण अब होगा। अगर प्रशासन और शासन स्तर पर सुविधाये प्राप्त नही होती है तो फिर हम पत्रकार आपस में एक दुसरे के सहयोग से प्रेस क्लब भवन का निर्माण करेगे। यही नही अगर आवश्यकता पड़ी तो हम पत्रकार खुद श्रम दान देंगे। उन्होंने कहा कि अगला कार्यक्रम अब प्रेस क्लब भवन में हो इसके लिए मैं प्रयत्नशील हु।

कार्यक्रम के आयोजन में मुख्य रूप से अंजनी राय, संजय ठाकुर, आसिफ रिज़वी, मुकेश यादव, प्रमोद, अरविन्द कुमार, उमेश गुप्ता आदि पत्रकारों का योगदान रहा वही सम्मानित होने वाले स्थानीय पत्रकारों में राकेश सिंह, अजय सिंह, अभिशेक राय, हसनैन आज़मी, वेद मिश्रा, जीतेन्द्र, अशोक चौहान, जयप्रकाश बर्नवाल, रामपुर से मनोज गोयल, कानपुर से आये मुख़्तार खान, सगीर आलम, आदिल अहमद, अजय पत्रकार, खुशनूद अख्तर, अमन, शोएब, ज़ैद, बलिया से बाबुनंदन मिश्रा, हरिलाल प्रसाद, वाराणसी से मनोज सिंह, विनय यादव, ए जावेद। गाज़ीपुर से आये डेनिश अफगानी, शाहनवाज़ अहमद सहित कार्यक्रम में आये सैकड़ो पत्रकारों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आये डॉ ओ पी सिंह, ई राहुल सिंह, सपना यादव, आलोक श्रीवास्तव को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। कार्यक्रम का सञ्चालन वरिष्ठ पत्रकार अधिवक्ता लव कुमार ने किया।

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