सरकार ने बनवाया शौच हेतु शौचालय, मगर इस आगनबाड़ी केंद्र में हो रहा है उसका ऐसा उपयोग की आप जानकर रह जायेगे दंग

आफताब फारुकी

शिवपुरी (मध्यप्रदेश): निःसंदेह केंद्र सरकार ने एक महत्वकांक्षी योजना चलाई स्वच्छ भारत अभियान। इसके तहत हर गाँव में, हर घर में प्यास हुआ कि शौचालय का निर्माण हो। मगर जुगाडिया लोगो की कमी इस संसार में नहीं है। आपने भले ही यूरोपीय देशो में हाउस आन व्हील देखा होगा। मगर इस खबर को सुनकर आप भी चौक जायेगे। आप सपने में भी नही सोच सकते है कि सुलभ शौचालय का प्रयोग किचेन के रूप में हो। लेकिन मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में शौचालय का उपयोग ऐसे काम के लिए हो रहा है कि सुनने वाला कोई भी व्यक्ति हैरत में पड़े बिना नही रहेगा। यहां आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए भोजन शौचालय में पकता है।

जी हां आप हैरान ज़रूर हुवे होंगे मगर NDTV की एक खबर से इस बात का खुलासा हुआ है। खबर में बताया गया है कि मध्यप्रदेश में शौचालयों का दूसरा उपयोग भी हो रहा है। यहां नया मामला आया है शौचालय का रसोई के तौर पर उपयोग किए जाने का। खबर में दावा किया गया है कि शिवपुरी जिले के करैरा विकासखंड में सिलानगर पोखर में एक आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों का खाना बनाने के लिए रसोई का स्थान नहीं होने पर नया तरीका खोज निकाला गया और शौचालय को ही रसोई में बदल दिया गया। यही नहीं खबर में दावा किया गया है कि बच्चों के लिए इसी शौचालय में नियमित तौर पर भोजन बनता है और बच्चों को परोसा जाता है।

इस रिपोर्ट के अनुसार आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता राजकुमारी योगी ने इस बात को स्वीकार भी किया है और NDTV से कहा कि यह बात सही है कि यहां पर शौचालय के एक हिस्से में खाना बनता है, क्योंकि उनके पास खाना बनाने के लिए अलग से कोई स्थान ही नहीं है। मैंने कई बार इसके लिए कहा भी है कि खाना बनाने के लिए अन्य जगह उपलब्ध कराएं, मगर ऐसा नहीं हो पाया। मजबूरी में हमे शौचालय भवन का इस्तेमाल खाना बनाने के लिए करना पड़ रहा है। यही नहीं इस खबर में इस बात का भी दावा किया गया है कि महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी प्रियंका बुनकर ने भी इस बात की पुष्टि किया है और कहा है कि हमारे पास और कोई साधन नही है।

गौतलब हो कि इसी शिवपुरी जिले के बदरवास में भी ऐसे दो मामले मीडिया में सुर्खिया पहले बटोर चुके है। उस मामले में वहां पर कुछ लोगों के घरों पर बनाए गए शौचालयों में किराने की दुकान और रसोई बना ली गई थी। कई अन्य इसी राज्य के ऐसे मामले सामने आ चुके है जिसमे शौचालय का उपयोग लोगो ने अन्य कार्यो के लिए करना शुरू कर दिया था। मगर ये सभी शौचालय लोगो के घरो में थे। मगर पहली बार राज्य में ऐसा समाचार आया है कि किसी सरकारी स्थल अर्थात आगनबाड़ी केंद्र के शौचालय का इस प्रकार का उपयोग सामने आया है।

(इनपुट – साभार NDTV)

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