तीन कृषि कानूनों की वापसी के एलान को जयंत चौधरी ने बताया किसानो की बड़ी जीत, टिकैत बोले आन्दोलन तत्काल वापस नही होगा, जाने क्या कहना है बनारस की सियासत का

तारिक आज़मी संग शाहीन बनारसी

डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के एलान कर दिया। इसके बाद से आंदोलनरत किसानों के साथ साथ आंदोलन का समर्थन कर रही जनता में खुशी की लहर है। हकीकी ज़मीन पर देखा जाए तो पंजाब से शुरू हुए आंदोलन को वेस्ट यूपी के किसानों ने मुकाम तक पहुंचाया। पंजाब के किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन शुरू किया था, हरियाणा व पश्चिमी उत्तर प्रदेश का साथ मिला था।

एक वह भी दिन आया जब 26 जनवरी को आंदोलन खत्म होने की कगार पर पहुंचा गया था। जिसके बाद राकेश टिकैत के एक वीडियो ने इस आन्दोलन को फिर से जान दे डाली। जिसके बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने दोबारा आन्दोलन खड़ा कर डाला। इस बार आन्दोलन ऐसा खड़ा हुआ कि सरकार को आखिर में झुकना ही पड़ा। राकेश टिकैत की आँखों से बहे आसुओं ने इस आंदोलन को वो मजबूती दिया कि आन्दोलन आखिर अपनी कामयाबी तक पहुच गया।

इस दरमियान प्रधानमन्त्री की घोषणा के बाद कृषि कानूनों की वापसी को लेकर भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन तत्काल वापस नहीं लिया जाएगा। हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानून को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार एमएसपी के साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें। यह बातें टिकैत ने ट्वीट करते हुए साझा कीं।

किसानो की जीत है : जयंत चौधरी

कृषि कानून वापसी को लेकर जयंत चौधरी ने ट्वीट करते हुए कहा कि यह किसान की जीत है, हम सब की जीत है। देश की जीत है। किसानो के खेमो में इस जीत की ख़ुशी दिखाई दे रही है। वही विपक्ष भी किसानो की जीत पर मुस्कुरा रहा है। बसपा मुखिया मायावती ने प्रधानमन्त्री की इस घोषणा को किसानो की बड़ी जीत बताया है। उन्होंने कहा है कि किसानो के सच की लड़ाई के आगे आखिर सरकार को झुकना ही पड़ा है।

चुनावीजीवी घोषणा तो नही है : अनिल श्रीवास्तव “अन्नू”

प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी प्रतिक्रियाओं का दौर चल पड़ा है। कांग्रेस नेता अनिल श्रीवास्तव अन्नु ने ट्वीट के माध्यम से प्रधानमन्त्री की इस घोषणा को चुनाव जीवी का दर्जा देते हुवे कहा है कि संसद से कृषि कानून को हटाएगा और उसका भी एक इवेंट बनाएगा, थूक कर चाटने वाले अंधभक्त तब सोहर और बिरहा गायेगे।

देश के अन्नदाता की जीत हुई, तानाशाही की हार हुई : शैलेन्द्र सिंह

वाराणसी के कद्दावर कांग्रेस नेता शैलेन्द्र सिंह ने इसको किसानो की जीत मानते हुवे कहा है कि प्रियंका गांधी और समस्त कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसानों के बीच रहकर संघर्ष किया। पिछले एक वर्ष में कांग्रेस हर मुद्दे पर आगे रही। देश के अन्नदाता की जीत हुई है। तानाशाही की हार हुई। कांग्रेस ने इस संघर्ष में किसानो का हर कदम पर साथ दिया है।

शहीद हुवे किसानो के साथ भी सरकार इन्साफ करे – किशन दीक्षित

समाजवादी पार्टी वाराणसी के कद्दावर नेता किशन दीक्षित ने इस घोषणा को संघर्ष के बाद जीत का है का दर्जा देते हुवे कहा है कि कृषित बिल के लिए सबसे अधिक आन्दोलन सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने किया है। कृषि आन्दोलन में शहीद हुवे किसानो के साथ सरकार अब इन्साफ करे। इस बार किसान चुनाव में इनको साफ कर देगा, इनकी नज़र में किसान प्राथमिकता नहीं वोट प्राथमिकता है, किसानों के साथ अन्याय हुआ है, इस बार माफी नहीं चलेगी जनता इन्हें साफ कर देगी।

देश के 135 करोड़ नागरिको और किसान, मजदूर की जीत है : मुहम्मद अजफर “गुड्डू मास्टर”

तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा के बाद आज वाराणसी के सपा नेता मुहम्मद अजफर “गुड्डू मास्टर” ने अपने साथियों को मिठाई खिलाते हुवे एक दुसरे से ख़ुशी का इज़हार कर बधाई दिया है। हमसे बात करते हुवे कहा है कि चुनाव सिर पर हैं, तीन काले कृषि कानून वापस हुए हैं। यह जीत देश के 135 करोड़ नागरिकों की और किसान, मजदूर की जीत है। समाजवादी पार्टी ने किसानो के साथ ये लड़ाई लड़ी है। उनके साथ सपा हमेशा खडी रही है। ये संघर्ष की जीत है।

जब जनादेश विपक्ष में जाता है तो पेट्रोल भी सस्ता होता है और कृषि कानून भी वापस होता है : सीता राम केशरी

कांग्रेस के कद्दावर कांग्रेस नेता सीता राम केशरी ने हमसे बात करते हुवे कहा है कि जनता का जनादेश जब विपक्ष में जाता है तो पेट्रोल भी सस्ता होता है और कृषि कानून भी वापस होता है। क्या ये सरकार ठान चुकी है कि किसी भी मामले में लोगो की जान लेने के बाद ही सरकार जागेगी। इस आन्दोलन में सैकड़ो किसान शहीद हुवे, उनको इन्साफ आखिर कब मिलेगा ये बड़ा सवाल है।

चुनावी हथकंडा है कृषि कानूनों की वापसी, भाजपा के पास सिर्फ जुमलेबाजी बची है : विष्णु शर्मा

सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने हमसे बात करते हुवे शंका ज़ाहिर किया है कि भाजपा चुनावों के बाद अब ये बिल वापस जायेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास अब कुछ मुद्दा नही बचा है सिर्फ जुमलेबाजी बची है। गलती करो और माफ़ी मांगो के बीच ही भाजपा है। ये किसानो की बड़ी जीत है। सपा कार्यकर्ताओं ने पुरे प्रदेश में किसानो के समर्थन में जो संघर्ष किया उसका जीता जागता ये उदाहरण है।

जीत किसानो और कांग्रेस के संघर्ष की है : मो0 सलीम

कांग्रेस पार्षद मोहम्मद सलीम ने हमसे बात करते हुवे कहा है कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने हर कदम पर किसानो का साथ दिया। ये किसानो की बड़ी जीत है। किसानो के इस आन्दोलन ने इस सरकार को झुका दिया। किसानो के हर एक संघर्ष को सलाम। जो किसान शहीद हुवे इस आन्दोलन में उनके लिए हम इन्साफ की मांग करते है। ये कांग्रेस के संघर्ष की एक बड़ी जीत है।

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