कानपुर हिंसा: 3 ऍफ़आईआर, 40 नामज़द, 1 हज़ार से ज्यादा अज्ञात, 40 फुटेज से खंगाल रही पुलिस हकीकत, मास्टर माइंड हयात ज़फर हाश्मी हुआ गिरफ्तार, जाने कौन कौन है नामज़द

आदिल अहमद/मो0 कुमेल

कानपुर। कल शुक्रवार को कानपुर में हुई हिंसा प्रकरण में स्थिति अब नियंत्रण में आ गई है एहतियात के लिए पुलिस ने चप्पे चप्पे पर अपनी नज़र रखा हुआ है इस दरमियान पुलिस ने तीन मुक़दमे दर्ज किये है सभी तीन मुकदमा बेकनगंज थाने में दर्ज हुआ है जिसमे एक मुकदमा चंद्रेश हाथ निवासी मुकेश पुत्र कन्हैया लाल द्वारा दिली तहरीर अज्ञात के खिलाफ दर्ज है जबकि दूसरा मुकदमा एसआई आरिफ रजा की तहरीर पर नामज़द और अज्ञात के खिलाफ दर्ज है वही तीसरा मुकदमा थाना प्रभारी नवाब अहमद की तहरीर पर दर्ज हुआ है तीनो मुकदमो में संगीन धाराओं में मामला दर्ज है

खबर लिखे जाते समय हयात ज़फर हाशमी को एसटीऍफ़ द्वारा गिरफ्तार कर लिए जाने की जानकारी आई है पुलिस कमिश्नर विजय कुमार मीणा ने बयान जारी कर हयात ज़फर हाश्मी के गिरफ़्तारी की पुष्टि करते हुवे बताया है कि गिरफ़्तारी के डर से हयात ज़फर हाश्मी लखनऊ भाग गया था जहा एसटीऍफ़ ने उसको हजरतगंज से हिरासत में ले लिया है हयात ज़फर हाशमी के साथ उसके तीन अन्य साथी भी गिरफ्तार हुवे है

प्रतीकात्मक तस्वीर

इस दरमियान ज़फर हयात हाश्मी के खिलाफ भी प्रशासन इस बार सख्त हो गया है और दो मुकदमो में वह नामज़द है खबर लिखे जाते समय जानकारी हासिल हो रही है कि ज़फर हयात हाशमी की गिरफ़्तारी हो गई है, हालांकि इसकी पुष्टि अभी नही हुई है वही दुसरे तरफ कई अन्य गिरफ्तारियो की जानकारी हासिल हो रही है मगर अभी संख्या और नाम स्पष्ट नही है पुलिस प्रशासन एहतियात के मद्देनज़र चौकन्ना है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने को तैयार है

दर्ज हुवे मुक़दमे में चंद्रेश हाता निवासी मुकेश की तहरीर पर बेकनगंज थाने में क्राइम नम्बर 43 दर्ज हुआ है जिसमे लगभग एक हज़ार से अधिक लोगो को अज्ञात बताया गया है इस मुक़दमे में ज़िक्र चंद्रेश हाते के आसपास हुवे निर्माण का है, जिसको शत्रु संपत्ति करार दिया गया है यह मुकदमा आईपीसी की धारा 147 (भीड़ में शामिल होकर हिंसा करना), 148 (घातक आयुध, या किसी ऐसी चीज, जिससे आक्रामक आयुध के रूप में उपयोग किए जाने पर मॄत्यु कारित होनी संभाव्य हो) 149 (विधिविरुद्ध जनसमूह के किसी सदस्य द्वारा उस जनसमूह के समान लक्ष्य का अभियोजन करने में कोई अपराध  करना), 153 (अपराध किसी पूजा के स्थान में या किसी जमाव में), 307 (हत्या का प्रयास), 323 (मारपीट), 336 (उतावलेपन या उपेक्षापूर्वक ऐसा कोई कार्य करे, जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा हो), 504 (उकसाने के इरादे से जानबूझकर उसका अपमान करना), 506 (धमकी) और 7 (7 लॉ क्रिमिनल एमेंडमेंट एक्ट) के तहत दर्ज है

इसके अलावा दूसरा मुकदमा एसआई आरिफ रज़ा की तहरीर पर दर्ज हुई है क्राइम नम्बर 44 आईपीसी की धारा 147 (भीड़ में शामिल होकर हिंसा करना), 148 (घातक आयुध, या किसी ऐसी चीज, जिससे आक्रामक आयुध के रूप में उपयोग किए जाने पर मॄत्यु कारित होनी संभाव्य हो), 149 (विधिविरुद्ध जनसमूह के किसी सदस्य द्वारा उस जनसमूह के समान लक्ष्य का अभियोजन करने में कोई अपराध  करना), 153 (अपराध किसी पूजा के स्थान में या किसी जमाव में), 307 (हत्या का प्रयास), 323 (मारपीट), 336 (उतावलेपन या उपेक्षापूर्वक ऐसा कोई कार्य करे, जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा हो), 504 (उकसाने के इरादे से जानबूझकर उसका अपमान करना), 506 (धमकी) और 7 (7 लॉ क्रिमिनल एमेंडमेंट एक्ट) के तहत दर्ज है

इस मुक़दमे में 350 अज्ञात सहित ज़फर हयात हाशमी, आदिल, इमरान कालिया, सहर्यान, युसूफ मंसूरी, आमिर जावेद, अब्दुल शाकिर, आसिफ, इस्राईल, नासिर, आशिक अली, आकिब, साजिद, अनस, शाहिद, बेलाल, हाजी नासिर, हबीब, रहमान नामज़द है इसके अलावा तीसरा मुकदमा थाना प्रभारी नवाब अहमद के तहरीर पर दर्ज हुआ है क्राइम नम्बर 42 में आईपीसी की धारा 147 (भीड़ में शामिल होकर हिंसा करना), 148 (घातक आयुध, या किसी ऐसी चीज, जिससे आक्रामक आयुध के रूप में उपयोग किए जाने पर मॄत्यु कारित होनी संभाव्य हो), 149 (विधिविरुद्ध जनसमूह के किसी सदस्य द्वारा उस जनसमूह के समान लक्ष्य का अभियोजन करने में कोई अपराध  करना), 153 (अपराध किसी पूजा के स्थान में या किसी जमाव में), 307 (हत्या का प्रयास), 323 (मारपीट), 336 (उतावलेपन या उपेक्षापूर्वक ऐसा कोई कार्य करे, जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा हो), 504 (उकसाने के इरादे से जानबूझकर उसका अपमान करना), 506 (धमकी), 332 (लोक सेवक को डियूटी करते वक्त या विधिपूर्ण कार्य करते समय डराकर, धमकाकर जान बूझकर गंभीर चोट पहुचाना) 333 (लोक सेवक के काम में बाधा डालना) 353 (लोक सेवक को भय दिखाना), 427 (कोई कुचेष्टा करेगा और जिससे पचास रुपए या उससे अधिक की हानि या नुकसान हो) और 7 (7 लॉ क्रिमिनल एमेंडमेंट एक्ट) के तहत दर्ज है

इस मामले में हयात ज़फर हाश्मी, एहतेशाम कबाड़ी, जीशान, आकिब, निज़ाम कुरैशी, आदिल, इमरान कालिया, सहयार, युसूफ मंसूरी, आमिर जावेद, मुदस्सिर, मो0 आज़ाद, जीशन एवेंजर, अब्दुल शकील, इरफ़ान चड्ढी, शेरा, सफी, अर्फित, इस्राईल, अकील खिचड़ी, अदनान, परवेज़ उर्फ़ चिकेन, शादाब, इशरत अली, मोहम्मद राशिद, अलीशान, नासिर, आशिक अली, आकिब, साजिद, अनस, शाहिद, बेलाल, हाजी नासिर, हबीब और रहमान नामज़द है पुलिस मामले में नामज़द आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है वही दूसरी टीम अज्ञात की शिनाख्त हेतु फुटेज खंगाल रही है

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