ज्ञानवापी प्रकरण की वादिनी मुकदमा के पति बालगोपाल साहू सहित 3 पर 50 लाख से अधिक के धोखाधड़ी की दर्ज हुई एफआईआर में शिकायतकर्ता नही दे सका साक्ष्य तो पुलिस ने लगाया ऍफ़आर

शाहीन बनारसी

वाराणसी: वाराणसी के बहुचर्चित हो चुके ज्ञानवापी प्रकरण में वादिनी मुकदमा सीता साहू चर्चा का केंद्र है। मगर इस बार चर्चा केवल उनके इस मुक़दमे के सम्बन्ध में नही है। बल्कि उनके पति बाल गोपाल साहू सहित 3 पर लगा 50 लाख से अधिक के धोखाधड़ी का आरोप है। वैसे इस मामले में शिकायतकर्ता के द्वारा पुलिस को साक्ष्य उपलब्ध न करवा पाने के स्थिति में पुलिस ने 22 जून को दर्ज चेतगंज थाने में इस ऍफ़आईआर पर फाइनल रिपोर्ट लगा दिया है।

चेतगंज थाने में दर्ज हुई ऍफ़आईआर नम्बर 82/2022 अंतर्गत धारा 419, 420, 467, 468, 504, 506 शिकायतकर्ता ने पुलिस को दिली शिकायत में आरोप लगाया था कि बालगोपाल साहू, के साथ नीलम गुप्ता और दीपक गुप्ता ने उससे एक ज़मींन भवन संख्या सी0 4/192-एजीआर स्थित मोहल्ला सराय गोवर्धन रकबा 1360 वर्गफुट खरीदा था। शिकायतकर्ता गुलाम अली पुत्र अमरनाथ ने अपनी शिकायत में कहा था कि भवन के खरीद में बाल गोपाल साहू, दीपक गुप्ता और नीलम गुप्ता के द्वारा उक्त भवन की तय कीमत से 50 लाख से अधिक रकम का चेक दिया था। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि बिक्री पत्र हस्ताक्षर करने के बाद उक्त सभी चेक को लेकर इन लोगो ने उसे बाल गोपाल साहू के आवास पर बुलाया जहा वह अपने मित्र धीरज श्रीवास्तव के साथ गया था। शिकायतकर्ता का आरोप है कि बाल गोपाल साहू के आवास पर बाल गोपाल साहू, दीपक गुप्ता और दो अज्ञात ने मिलकर उससे चेक ले लिया और उसको भगा दिया।

मामले में मिली शिकायत पर पुलिस ने ऍफ़आईआर दिनांक 22 जून को दर्ज कर लिया था। जिसके बाद पुलिस ने अपनी विवेचना शुरू कर दिया। दौरान-ए-विवेचना पुलिस को शिकायतकर्ता के द्वारा कोई भी घटना से सम्बन्धित साक्ष्य उपलब्ध न करवा पाने की स्थिति में मामले में पुलिस ने फाइनल रिपोर्ट लगा दिया है। इस सम्बन्ध में जब हमने शिकायतकर्ता गुलाम अली पुत्र अमरनाथ से बात किया तो उन्होंने कहा कि आपसी गलतफहमी के कारण ये विवाद था और गलतफहमी तथा मनमुटाव दूर हो गया है।

बहरहाल, शिकायतकर्ता के द्वारा साक्ष्य उपलब्ध न करवाने के वजह से पुलिस ने इस मामले में अंतिम रिपोर्ट तो प्रेषित कर दिया है।

मगर सवाल कई बड़े खड़े हो गए है। शिकायतकर्ता की शिकायत जो पुलिस ने दर्ज किया उसके अनुसार लाखो के स्टाम्प चोरी का मामला सामने दिखाई दे रहा है।

हम इन तथ्यों पर अपने अगले अंक में विचार करेगे। वैसे मामले में हमारे सूत्र बताते है कि सेटेलमेंट हो गया है।

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