बाढ़ में फंसे लोगों को बचाते दिखे जांबाज, हुई मॉक ड्रिल

फारुख हुसैन

लखीमपुर खीरी: राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण भारत सरकार, उप्र राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के निर्देशन में गुरुवार को खीरी में डीएम, अध्यक्ष ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण महेंद्र बहादुर सिंह व संजीव सुमन के कुशल मार्गदर्शन, नेतृत्व में बाढ़ आपदा प्रबन्धन से सम्बन्धित मॉक एक्सरसाइज संपन्न हुई। इसमें तहसील पलिया, निघासन, धौराहरा, लखीमपुर एवं गोला के राजस्व निरीक्षक, लेखपाल, आपदा मित्र, गाइड मय साजो सामान शामिल हुए। मॉक ड्रिल घटनाक्रम सुबह 9:05 बजे जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से वार्निंग मिली, 09:10 बजे टीम गांव गूम के लिए निकली, 9:17 बजे पहुंची, 09:35 बजे गांव खाली कराकर गूम से बाहर निकली। 9:50 पर राहत शिविर श्री गजाधर प्रसाद इंटर कॉलेज पहुंचे। 9:58 बजे राहत केंद्र में आग की सूचना मिली। 10:02 आग पर काबू पाने की कार्यवाही शुरू हुई। 10:19 मिनट पर लंगडीपुर में नाव से डूबने की सूचना मिली।

टीम रवाना हुई एवं एनडीआरएफ व एसडीआरएफ ने मिलकर रेस्क्यू अभियान चलाया। 10:48 तक सुरक्षित निकालकर प्राथमिक उपचार देने के साथ एंबुलेंस के जरिए हेल्थ शिविर पहुंचाया। यह पूरा मॉक ड्रिल 04 किमी के क्षेत्र में चला। एनडीआरएफ वाराणसी यूनिट व एसडीआरएफ लखनऊ यूनिट के जवानों ने अपने संसाधनों से ग्राम लंगडीपुर निकट शारदा नदी के तट पर नदी में डूब रहे व्यक्ति को बचाने का कार्य किया। जवानों ने डूबते व्यक्ति को बचाकर श्री गजोधर प्रसाद इंटर कॉलेज में बने चिकित्सा शिविर में लाकर मॉक एक्सरसाइज की। सीएमओ ने ट्रायल बेस पर अपने अधीनस्थ टीम से बचा कर लाए लोगों, बीमार लोगों के उपचार की मॉक एक्सरसाइज की। डिप्टी इंसीडेंट कमांडर/डिप्टी कलेक्टर रेनू के नेतृत्व में डूब क्षेत्र ग्राम गूम के ग्राम वासियों को रेस्क्यू टीम ने बस के जरिये श्री गजोधर प्रसाद इंटर कॉलेज में बने राहत शिविर में लाया गया, जहां उन्हें लंच पैकेट आदि वितरित कर मॉक ड्रिल प्रकिया पूरी की।

इस पूरी प्रक्रिया के दौरान आपदा मित्रों का किरदार काबिले तारीफ रहा। यह पहला मौका था जब मॉक ड्रिल प्रक्रिया में आपदा मित्रों को न केवल शामिल किया गया बल्कि उनकी सराहनीय भूमिका नजर आई। फायर बिग्रेड की टीम ने बाढ़ क्षेत्र में फंसे लोगों को पहुंचाई जाने वाली मदद का सजीव प्रदर्शन किया। उन्होंने छत पर से कई लोगों को रेस्क्यू करके चिकित्सीय शिविर में समुचित इलाज हेतु  पहुंचाया। खीरी में रेस्क्यू टीम ने मॉक ड्रिल करके बाढ़ की विभीषिका से बचाने की प्रैक्टिस की। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान 03 फायर टेंडर, 02 मिलेट्री वाहन, 01 पीएसी वाहन, 04 मोटरबोट, 20 लाउड हेलर, 20 लाइफ बॉय (रिंग), 30 लाइफ जैकेट, 04 बस, 02 डंफर, 01 जेसीबी, 03 एम्बुलेंस, 30 छोटे वाहन का इस्तेमाल किया गया।

मॉक एक्सरसाइज में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह, एसपी संजीव सुमन, सीडीओ अनिल सिंह, एडीएम संजय सिंह, एएसपी अरुण सिंह, एसटीओ आनंद कुमार, अधिशासी अभियंता (बाढ़ खंड) राजीव कुमार, एसडीएम श्रद्धा सिंह, रेनू, राजेश कुमार, अविनाश चंद्र मौर्य, तहसीलदार आशीष कुमार सिंह, विनोद गुप्ता, सुशील प्रताप सिंह, अवधेश कुमार, कमांडेंट होमगार्ड, सीवीओ डॉ अजित सिंह, डीएसओ एके सिंह, नायब तहसीलदार अतुल सेन सिंह, सुनील कुमार, जिला आपदा प्रबन्ध प्राधिकरण से एसीआरए दैवीय आपदा राम नरेश, विशेषज्ञ प्रशांत कुमार व पुलिस, सिंचाई, पंचायती राज, पीडब्लूडी, ऊर्जा, कृषि, पशुपालन, चिकित्सा, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, खाद्य एवं रसद, परिवहन, शिक्षा, 40 आपदा मित्र शामिल हुए।

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