लखनऊ: राम जानकी मंदिर आश्रम में रहने वाली महिला ने लगाया मंदिर के दो महंत सहित 4 पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप, सोशल मीडिया पर मामला छाया तो हुई गोमतीनगर थाने में ऍफ़आईआर

आदिल अहमद

लखनऊ: लखनऊ के गोमतीनगर इलाके की प्रसिद्ध राम जानकी मंदिर आश्रम के दो महंत सहित कुल 4 पर आश्रम में रहने वाली एक महिला ने सामूहिक दुष्कर्म का गम्भीर आरोप लगाया है। पीडिता का आरोप है कि आश्रम में दुर्वासा, छोटे मौनी, बड़े मौनी और मनमोहन दास ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म खाने में नशे का सामान मिला कर उसे बेहोश कर किया है। वही पीडिता का आरोप है कि 11 दिन पहले हुई इस घटना के बाद वह थाने का कई चक्कर लगा चुकी थी मगर उसकी शिकायत दर्ज नही हुई।

इस दरमियान कल दोपहर से जब मामला सोशल मीडिया पर उभरा और पीडिता का बयान वायरल होने लगा। जिसके बाद थाना गोमती नगर ने मामले में ऍफ़आईआर दर्ज किया है। इस सम्बन्ध में प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद्र मिश्रा के मुताबिक, मूलरूप से प्रयागराज के करछना निवासी महिला मथुरा के रुकमणि विहार आश्रम में रहती है। महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि प्रयागराज के माघ मेले में लखनऊ स्थित जानकी मंदिर आश्रम में रहने वाली गीता नाम की महिला से उसकी मुलाकात हुई थी। पीड़िता के मुताबिक, सावन में गीता रुकमणि विहार आश्रम गई थी और 20 दिन तक रही थी।

पीडिता का आरोप है कि गीता ने उसको बताया कि जानकी मंदिर आश्रम में उसके गुरुजी हनुमान दास महंत हैं। वह भी वही रहती है। महंत हनुमान दास ने उसे बुलाया है। गीता के कहने पर पीड़िता भी जानकी मंदिर आश्रम पहुंची। जिसके बाद 4 अक्तूबर को गीता भाई की तबीयत खराब होने की बात कहकर बनारस चली गई। आरोप है कि रात को पीड़िता के खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया गया। जिससे वह बेहोश हो गई। उसको जब होश आया तो शरीर पर कपड़े नहीं थे। वह सही से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी।

पीडिता ने आरोप लगाया है कि उसके साथ दुर्वासा, छोटे मौनी, बड़े मौनी मनमोहन दास ने दुष्कर्म किया है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि इस घटना की शिकायत उसने जब महंत हनुमानदास से किया तो उन्होंने जवाब दिया कि मंदिर में रहना है तो ये काम चुपचाप करना पड़ेगा। साथ ही महंत हनुमान दास ने उसको धमकाया कि चुप रहो नहीं तो जान से मरवा देंगे। इससे पहले भी कई लोगों का कत्ल कर दफना चुके हैं। पीड़िता किसी तरह आश्रम से निकली और रिश्तेदारों से संपर्क कर गोमतीनगर थाने में पहुंचकर तहरीर दी।

वही इस मामले में प्रभारी निरीक्षक दिनेश चन्द्र मिश्रा का कहना है कि शुरूआती पड़ताल में सामने आया है कि छोटे मौनी प्रयागराज के करछना के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने पट्टीदार रावेंद्र के परिवार के खिलाफ एक मुकदमे में गवाही दी थी। इसमें पूरे परिवार को सजा हो गई थी। छोटे मौनी के खिलाफ साजिश के तहत मुकदमा दर्ज कराए जाने की भी आशंका है। मामले में सभी पहलुओं की गहनता से पड़ताल की जा रही है। वही पीडिता का आरोप है कि पुलिस मामले में लीपापोती करना चाहती है क्योकि आरोपियों की ऊँची पहुच है।

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