दालमंडी चौड़ीकरण प्रकरण में APCR की टीम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सैयद फरमान हुसैन नक़वी से की मुलाक़ात, बोले एस0एम0 यासीन ‘आखरी सांस तक लड़ेगे इन्साफ की जंग’

तारिक आज़मी
डेस्क: वाराणसी की दालमंडी जो एक बड़ी और मशहूर बाज़ार है और वहाँ पर तक़रीबन दस हज़ार दुकानें हैं। जिससे बनारस के लाखों लोगों की जीविका निर्भर है। पिछले साल से ही राजनीति की बुरी नज़र इस मार्केट को अपने निशाने पर लिए हुए है। नेताओं के भाषणों और अखबारों में इस मार्केट के ध्वस्तीकरण/चौड़ीकरण की खबरें लगातार छपती रही हैं। जिससे लोगों में डर और बेचैनी पैदा हो गई है।

एपीसीआर की टीम के साथ गए नकीब आलम ने बताया कि लगातार चर्चा में बनी इस ख़बर को और मौजूदा हुक़ूमत के रवैये को देखते हुए क़ानूनी तौर पर अपने बचाओ और मज़बूती के लिए सैयद मुहम्मद यासीन साहब की सरपरस्ती में दालमंडी के लोगों ने एपीसीआर की टीम के साथ इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता सैयद फरमान हुसैन नक़वी साहब से मुलाक़ात की। हम लोग लगातार इस पूरे मामले में अपनी नज़र बनाए हुए है और जनता के हक़ के लिए हर क़ानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार है।
इस मामले में हमसे बात करते हुवे एस0एम0 यासीन ने कहा कि आवाम के हक-ओ-हुकूक के लिए हमारे लोग अपनी पैनी नज़र रखे हुए है`। हम आम आवाम के पेट पर पड़ने वाली लात को कभी बर्दाश्त नहीं करेगे`। हम इसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगे`। सियासी नफरत के साथ होने वाली इस कार्यवाही के हम खिलाफ थे, है और रहेगे`। अतिक्रमण के नाम पर जिस तरीके से दालमंडी को उजाड़ दिया गया`। ये सिर्फ सियासी नफरत के वजह से हुआ है`। क्या ऐसी ही कार्यवाही राजा दरवाज़ा और गोला या फिर कर्णघंटा में प्रशासन कर सकती है?
उन्होंने कहा कि ये सिर्फ सियासी नफरत की वजह से ही सब हो रहा है`। हम इस नफरत को अदालत में चुनौती देंगे`। एपीसीआर के कन्वीनर नकीब आलम ने हमसे बात करते हुवे कहा कि एपीसीआर की टीम इस पुरे मामले में अपनी पैनी नज़र बनाये हुवे है`। हम इस मुताल्लिक तमाम कानूनी पहलुओ पर गौर-ओ-फिक्र कर रहे है`। हमे कानून पर पूरा अकीदा है और हम कानूनी कार्यवाही करेगे`।










