वक्फ संशोधन विधेयक पर विपक्ष के सवालो का जवाब देते हुवे बोले अमित शाह ‘ढेर सारी भ्रांतियां सदन के माध्यम से, देशभर में फैलाने का प्रयास हो रहा’

मो0 कुमेल
डेस्क: वक़्फ़ संशोधन बिल पर बुधवार को लोकसभा में चर्चा हुई। विपक्षी सांसदों ने इसको संविधान विरोधी बताया है। किसी एक मुद्दे पर पहली बार पूरा विपक्ष एकजुट नज़र आया और पुरे विपक्ष ने इस बिल का विरोध किया है। जबकि कयास लगाया जा रहा था कि सत्ता के साथ जुड़े टीडीपी और जेडीयु इस बिल का विरोध करेगे, मगर ऐसा नहीं हुआ और चन्द्रबाबु नायडू तथा नीतीश कुमार बिल के समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे है।

उन्होंने कहा कि ‘जो धार्मिक संस्थाओं का संचालन करते हैं, उसमें कोई भी ग़ैर-मुस्लिम व्यक्ति रखने का प्रावधान किया भी नहीं है, हम करना भी नहीं चाहते हैं। शाह ने कहा, ‘इसलिए, जो बड़े-बड़े भाषण करते हैं कि समानता का अधिकार चला गया, दो धर्मों के बीच समानता नहीं रही, मुसलमानों के धार्मिक अधिकारों के बीच दखल खड़ी हो जाएगी। कुछ नहीं होने वाला है। ये जो भ्रम खड़ा किया जाता है कि ये एक्ट मुस्लिम भाइयों के धार्मिक क्रियाकलापों के अंदर, उनकी दान की संपत्ति के अंदर दख़ल करने का है, ये बहुत बड़ी भ्रांति फैला कर अल्पसंख्यकों को डराकर अपना वोट बैंक खड़ा करने के लिए किया जा रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘कहां पर ग़ैर-मुस्लिम सदस्य रखे जाएंगे, परिषद में और वक़्फ़ बोर्ड में। उनका काम क्या है? उनका काम धार्मिक क्रियाकलापों को चलाने का नहीं है। उनका काम यह देखना है कि वक़्फ़ बोर्ड का एडमिनिस्ट्रेशन अच्छे से चल रहा है या नहीं।’










