सो रहा वाराणसी का विकास प्राधिकरण और धड़ल्ले से हो रहा दालमंडी के सील भवन संख्या सीके 43/171-164 पर अवैध निर्माण, पैनी नज़र रखने वाली चौक पुलिस की आँखों में धुल झोक गया शातिर बिल्डर शाहिद मौलाना

तारिक आज़मी

वाराणसी: वाराणसी विकास प्राधिकरण आँखों में सुरमा लगा कर सो रहा है। पिछले सप्ताह सील भवन संख्या सीके 43/171-164 पर जमकर अवैध निर्माण धड़ल्ले से हो रहा है। जबकि यह भवन सील कर वाराणसी विकास प्राधिकरण ने पुलिस अभिरक्षा में दे रखा था। वही चौक पुलिस को अधूरे कागज़ात दिखा कर उसकी आँखों में धुल शातिर बिल्डर शाहिद मौलाना झोक चूका है। कल थाना चौक पर चार घंटे की पूछताछ में शातिर बिल्डर अपनी शातिराना चाल में कामयाब रहा और चौक इस्पेक्टर विमल मिश्रा की पैनी नज़र में धुल झोकने में कामयाब रहा।

बताते चले कि वर्ष 2019 के अक्टूबर माह में वाराणसी विकास प्राधिकरण ने वाद संख्या 18/19 के तहत भवन संख्या सीके 43/164 को सील कर दिया था। जबकि पिछले सप्ताह वाराणसी विकास प्राधिकरण की टीम ने भवन संख्या सीके0 43/171-164 को सील करते हुवे पुलिस अभिरक्षा में चौक पुलिस को प्रदान कर दिया। इसके उपरान्त शातिर बिल्डर शाहिद मौलाना ने एक नक्शा पास करने का निवेदन वाराणसी विकास प्राधिकरण से किया।

पारिवारिक सूत्रों के अनुसार कल बृहस्पतिवार को अवैध निर्माण की जानकारी मिलने पर चौक इस्पेक्टर विमल मिश्रा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुचे और धड़ल्ले से अवैध निर्माण करवा रहे शातिर बिल्डर शाहिद मौलाना को मौके से रंगेहाथो पकड़ लिया। पकड़ने के बाद पुलिस टीम शाहिद मौलाना को चौक थाने लेकर आई और जमकर पूछताछ करने लगी। मगर शातिर बिल्डर शाहिद मौलाना के द्वारा पुलिस टीम के आँखों में बड़े ही शातिराना अंदाज़ में धुल झोक दिया। शातिर बिल्डर शाहिद मौलाना के द्वारा नक्शा पास करने के लिए पेश किये गए दस्तावेज़ पुलिस को दिखाते हुवे इस बात पर पुलिस को संतुष्ट कर दिया कि निर्माण की अनुमति वाराणसी विकास प्राधिकरण के द्वारा दिया गया है।

वही दूसरी तरफ वाराणसी विकास प्राधिकरण के जोनल अधिकारी सौरभ ने हमसे आज फोन पर बातचीत में बताया कि ‘हमारे द्वारा बिल्डर और भवन स्वामी के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही की जा रही है। भवन पर निर्माण की कोई अनुमति वाराणसी विकास प्राधिकरण के द्वारा नहीं दिया गया है। नक्शा प्रस्तुत करना एक अलग बात है, उन्हने नक्शा पास करने का अनुरोध किया है। उसके ऊपर विचार विभाग अभी कर रहा है। भवन अभी भी सील है और यदि निर्माण हो रहा है तो वह पूर्णतः अवैध निर्माण की श्रेणी में आता है। भवन पुलिस की अभिरक्षा में है।’ जोनल अधिकारी ने आन रिकार्ड इस बात की हमसे पुष्टि किया है। PNN24 न्यूज़ इस साक्ष्य को सुरक्षित रखे हुवे है।

दूसरी तरफ पारिवारिक सूत्रों के अनुसार चौक इस्पेक्टर विमल मिश्रा की पैनी नज़र में धुल झोकने वाला शातिर बिल्डर मौलाना शाहिद डंके की चोट पर आज भी अवैध निर्माण करवा रहा है। यह बिल्डर कितना शातिर है इसका एक बड़ा उदाहरण भीख शाह मैदान के लिए मोहल्ला वासियों द्वारा दाखिल वाद और उसके फैसले से ही आप अंदाज़ लगा सकते है। स्थानीय निवासी सोनी ने इस मैदान के अपनी पुश्तैनी संपत्ति होने का दावा अदालत में किया था, जिसके खिलाफ मोहल्ले वालो ने भी अदालत का रुख किया था। अदालत में मोहल्ले वासियों की तरफ से पूरी पैरवी करने के लिए लोगो ने शाहिद मौलाना को चुना था। शाहिद मौलाना हर तारीख पर मोहल्ले के तरफ से पेश होता रहा। फैसला सोनी के पक्ष में आने के बाद यह बात ज़ाहिर हुई थी कि शाहिद मौलाना मोहल्ले वालो के तरफ से पार्टी नहीं बल्कि सोनी की तरफ से पार्टी था।

बहरहाल, शातिर बिल्डर शातिराना तरीके से पुलिस की आँखों में धुल झोक चूका है। चार घंटे से अधिक वक्त तक थाने पर बैठे इस शातिर बिल्डर ने सिर्फ नक़्शे को जमा करने के कागज़ात को ही पुलिस के सामने रख कर पुलिस को यह संतुष्ट कर दिया कि वाराणसी विकास प्राधिकरण इस मामले में उसको निर्माण की अनुमति दे चूका है। जबकि वाराणसी विकास प्राधिकरण ने ऐसी कोई अनुमति नहीं दिया है। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार फिलहाल जमकर अवैध निर्माण चालु है और पुलिस के आँखों में धुल झोकी जा चुकी है। शातिर बिल्डर शाहिद मौलाना कालर खड़ी करके पुलिस की आँखों में धुल झोकने की अपनी उपलब्धी गिनवाता फिर रहा है।

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