असंवेदनशील गुजरात पुलिस: परिजनों का आरोप ‘अस्पताल में नहीं थे चिकित्सक, हो गई मरीज़ की मौत’, हंगामा शांत करने पहुची गुजरात पुलिस ने मृतक के रिश्तेदार को शव के पास ही जमकर पीटा

तारिक खान
डेस्क: गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले के पाटडी सरकारी अस्पताल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मरीज की मौत के बाद उसके रिश्तेदार के साथ पुलिस ने बर्बरता की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने गुजरात पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस वीडियो को कई यूजर ने शेयर किया है।

इसी दौरान मामला गंभीर हो गया और अस्पताल में अराजकता का माहौल बन गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय पुलिस को बुलाया गया। लेकिन, पुलिस ने संवेदनशीलता दिखाने के बजाय, मृतक के एक रिश्तेदार के साथ कथित तौर पर मारपीट शुरू कर दी। वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी, जिनमें पाटडी के पुलिस इंस्पेक्टर और असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर शामिल हैं, मृतक के रिश्तेदार को थप्पड़ और लातों से पीट रहे हैं। इस दौरान मृतक का शव पास में ही पड़ा था, जिसकी ओर पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया।
अगर आपका रिश्तेदार किसी डॉक्टर के उपस्थित ना होने से अस्पताल में दम तोड़ देता है तो आप ये ना समझें की वहाँ कोई गब्बर फ़िल्म का अक्षयकुमार आ के आपकी मदद करेगा।
आप चुपचाप लाश उठा के श्मशान जाइए वरना पुलिस भी आपको रेल सकती है। चूल्हे में गया लोकतंत्र !!
📍पाटडी अस्पताल,सुंदरनगर… pic.twitter.com/G4e2p6S1nc
— खुरपेंच (@khurpenchh) June 4, 2025
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और लोगों ने इसे गुजरात पुलिस के लिए “कलंक” करार दिया। कई यूजर्स ने इस घटना को ‘गुजरात मॉडल’ की विफलता के रूप में पेश किया, जिसमें सरकारी अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं की कमी और पुलिस की बर्बरता को उजागर किया गया।
इस घटना के बाद अभी तक गुजरात पुलिस या स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। वीडियो के वायरल होने के बाद जनता का दबाव बढ़ रहा है कि इस मामले की जांच हो और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
यह घटना गुजरात के स्वास्थ्य सेवाओं और कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाती है। एक ओर जहां सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी जैसी गंभीर समस्या उजागर हुई है, वहीं दूसरी ओर पुलिस का यह व्यवहार संवेदनशीलता की कमी को दर्शाता है। इस घटना ने ‘गुजरात मॉडल’ के दावों पर भी सवाल खड़े किए हैं, जिसे अक्सर विकास और सुशासन का प्रतीक बताया जाता है।
डिस्क्लेमर: PNN24 न्यूज़ इस वीडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।











