ईरान इसराइल जंग: पढ़े अब तक क्या हुआ इस जंग में, किसका हुआ कितना नुकसान

तारिक खान
डेस्क: इसराइल ने 13 जून को ईरान के ‘परमाणु कार्यक्रम’ से जुड़े ठिकानों पर हमला किया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच 6 दिनों से संघर्ष जारी है। ग़ैर-लाभकारी संगठन ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स इन ईरान (एचआरएएनए) दोनों देशों के बीच बमबारी शुरू होने के बाद से हताहतों की संख्या पर नज़र रख रहा है।
एचआरएएनए की ओर से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक़, इसराइली हमलों की वजह से ईरान में 452 लोग मारे गए हैं और 646 घायल हुए हैं। वहीं इसराइली अधिकारियों के मुताबिक़, इसराइल में शुक्रवार से अब तक 24 लोग मारे जा चुके हैं और 800 से ज़्यादा घायल हुए हैं।
दोनों देशों के बीच अब तक क्या हुआ?
- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस बात पर विचार कर रहे हैं कि अमेरिका भी ईरान पर हो रहे हमलों में इसराइल का सीधे तौर पर साथ दे।
- इससे पहले उन्होंने ईरान से ‘बिना शर्त सरेंडर’ की मांग की थी। ट्रंप का कहना है कि अमेरिका ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई को ‘कम से कम अभी के लिए’ नहीं मारेगा।
- ख़ामेनेई ने इसके जवाब में कहा कि ईरान ‘कभी भी इसराइल के साथ सुलह नहीं करेगा।’
- बीबीसी मध्य पूर्व के क्षेत्रीय संपादक सेबेस्टियन अशर की रिपोर्ट के मुताबिक़, ईरान की ताज़ा मिसाइल हमलों से इसराइल में कोई मौत नहीं हुई। इसराइल का कहना है कि शुक्रवार से अब तक उस पर 400 मिसाइलें दागी गई हैं।
- बीती रात 50 से ज़्यादा इसराइली लड़ाकू विमानों ने ईरान पर हमला किया। उन्होंने ईरान के तेहरान के पास एक मिसाइल निर्माण केंद्र सेंट्रफ़्यूज़ संयंत्र और ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स से जुड़ी एक यूनिवर्सिटी पर हमले किए हैं।
- ईरान की ओर से इसराइल पर दागे गए ड्रोन और मिसाइलों के कारण रातभर इसराइल में कई बार सायरन की आवाज़ सुनी गई। ईरानी मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक़, तेहरान ने तेल अवीव की ओर ‘फ़तह-1’ हाइपरसोनिक मिसाइलें दागी हैं।
इसराइल पर ईरान की ओर से किए गए ताज़ा मिसाइल हमलों में किसी के मारे जाने या घायल होने की कोई ख़बर नहीं है। इसराइली सरकार का कहना है कि पिछले शुक्रवार को इसराइल की ओर से हमला शुरू करने के बाद से ईरान ने लगभग 400 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। साथ ही इसराइल ने कहा है कि ईरान की तरफ़ से सैकड़ों ड्रोन भी दागे गए हैं।
इसराइली अधिकारियों का कहना है कि पिछले शुक्रवार से अब तक देश भर में लगभग 40 जगहें प्रभावित हुई हैं। अधिकारियों के मुताबिक़, इसराइल में शुक्रवार से अब तक 24 लोग मारे जा चुके हैं और 800 से ज़्यादा घायल हुए हैं। ऐसा लगता है कि इसराइल की ‘आयरन डोम’ वायु रक्षा प्रणाली ज़्यादातर काम कर रही है, लेकिन इसे चलाने की लागत क़रीब 25 करोड़ डॉलर प्रति रात बताई जा रही है। इससे पहले इसराइल की सेना का कहना था कि उसने संघर्ष के छठवें दिन ईरान के यूरेनियम सेंट्रफ़्यूज़ प्रोडक्शन साइट और हथियार बनाने वालीं कई जगहों पर हमला किया है। सेंट्रफ़्यूज़ ऐसी मशीनें हैं, जो यूरेनियम संवर्धन के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।