बिहार: मोकामा में खूनी संघर्ष, जन सुराज के प्रचारक दुलार चंद की हत्या—आखिर क्यों नहीं रुक रही चुनावी हिंसा?

तारिक खान/अनिल कुमार
PNN24 न्यूज़, पटना/मोकामा: बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल में एक बार फिर खून-खराबे की वापसी हुई है। पटना जिले के मोकामा क्षेत्र में जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे दुलार चंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस जघन्य वारदात ने पूरे चुनावी परिदृश्य में तनाव पैदा कर दिया है और एक बार फिर बिहार में चुनावी हिंसा के काले अतीत की यादें ताज़ा कर दी हैं। कभी आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ रहे दुलारचंद यादव की हत्या के बाद पूरे इलाके़ में तनाव है।
क्या है पूरा मामला?
- घटनास्थल और समय: गुरुवार की दोपहर मोकामा के घोसवरी थाना क्षेत्र के बसावनचक गांव में यह घटना हुई।
- हत्या का तरीका: शुरुआती खबरों के अनुसार, दुलार चंद यादव को पहले लाठी-डंडों से पीटा गया और फिर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि गोली लगने के बाद उन्हें वाहन से कुचल दिया गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
- आरोप-प्रत्यारोप: जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने सीधे तौर पर इस हमले का आरोप एनडीए के घटक दल जदयू (JDU) प्रत्याशी बाहुबली अनंत सिंह के समर्थकों पर लगाया है। वहीं, अनंत सिंह ने इस हत्याकांड के पीछे राजद (RJD) उम्मीदवार वीणा देवी के पति बाहुबली सूरजभान सिंह का हाथ होने का आरोप लगाया है।
कौन थे दुलार चंद यादव?
दुलार चंद यादव मोकामा-टाल क्षेत्र के एक प्रभावशाली और दबंग नेता माने जाते थे। उनका एक लंबा राजनीतिक और आपराधिक इतिहास रहा है।
- वह एक दौर में राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते थे।
- उन्होंने 2022 के मोकामा उपचुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी (जो राजद के टिकट पर जीती थीं) को भी समर्थन दिया था।
- वर्तमान में वह प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे।
इस घटना के बाद तेजस्वी यादव (राजद) और प्रशांत किशोर (जन सुराज) दोनों ने हिंसा की कड़ी निंदा की है और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। पुलिस ने इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं और सभी पहलुओं से मामले की जांच की जा रही है।











